इंदौर: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. संजय शुक्ला (Sanjay Shukla) समेत कांग्रेस से कई नेता बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. एमपी विधानसभा चुनाव 2023 (MP Assembly Elections 2023) में एक दूसरे को आमने-सामने टक्कर देने वाले बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेता अब एक ही पार्टी के हो गए हैं. बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद संजय शुक्ला इंदौर के बीजेपी दफ्तर (Indore BJP office) पहुंचे. यहां उन्होंने पत्रकारों के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया.
संजय शुक्ला ने पत्रकारों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस में घुटन हो रही थी. बीजेपी में जाने से किसी ने रोका नहीं और पिता का सपना था कि बीजेपी के लिए काम करूं. उन्होंने कहा कि पार्टी बदलने का फैसला खुद का है, किसी के कहने पर नहीं लिया. विजयवर्गीय से जुड़े सवाल पर बोले कि मैं कैलाश विजयवर्गीय का बच्चा हूं, उनके साथ काम करूंगा. बीजेपी राष्ट्र का काम कर रही है. मोदी जी की अगुवाई में देश विश्व गुरु बनने जा रहा हैं. मेरे पिता भाजपा के फाउंडर रहे हैं मुझे उनके बचे काम पूरे करना हैं.
संजय शुक्ला से जब पूछा गया कि अब आप स्वयं का बीजेपी में क्या भविष्य देखते हैं? तो उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी में एक साधारण कार्यकर्ता बनकर आया हूं, कांग्रेस में भी ऐसे ही आया था. पार्टी जो आदेश करेगी करूंगा. जब उनसे पूछा गया कि क्या आपका पार्टी बदलने का मन पहले से था? तो उन्होंने कहा कि ये उसी दिन तय हो गया था जब कांग्रेस ने राम मंदिर का न्योता ठुकरा दिया था. ये पार्टी परिवारवाद से बाहर ही नहीं निकल पा रही हैं. इसलिए अच्छे लोग कांग्रेस पार्टी को न चाहते हुए भी छोड़कर जा रहे हैं. वहां काम करने का मौका नहीं मिल रहा था और घुटन हो रही थी.
जब पत्रकारों ने संजय शुक्ला से पूछा कि आपको बीजेपी में आने में आखिर इतने दिन क्यों लगे? उन्होंने कहा कि विचार कर रहा था. सुरेश पचौरी जी से बात की. जब ये सवाल किया गया कि बीजेपी में जाने का ये फैसला आपका था या पचौरी का? तो उन्होंने इसके जवाब में कहा कि मैं उनसे कहा बीजेपी में शामिल होना हैं. दो दिन से बात चल रही थी. उन्होंने कहा ठीक है मैं करता हूं. बीजेपी ज्वाइन करने की रणनीति किसने बनाई ? इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पचौरी ने ही ये रणनीति बनाई. वे हमारे वरिष्ठ हैं.
संजय शुक्ला से जब पूछा गया कि दिल्ली में किसी से बात हुई? तो उन्होंने कहा कि मुझे नहीं मालूम, पचौरी जी ने किससे बात की. आपको बीजेपी ज्वाइन करने के लिए कब सूचना दी? तो उन्होंने कहा कि परसों रात पचौरी का फोन आया था कि सुबह भोपाल भाजपा दफ्तर पहुंचना है. इस सवाल देपालपुर के कांग्रेस के पूर्व विधायक विशाल पटेल कब तैयार हुए? पर उन्होंने कहा कि कल 9 मार्च को सुबह विशाल पटेल जी को मैंने बताया तो वे भी तैयार हो गए कि साथ चलते हैं.
संजय शुक्ला से जब पूछा गया कि कांग्रेस से किसी ने रोकने का कोशिश नहीं की? तो उन्होंने कहा कि नहीं किसी ने हमसे संपर्क नहीं किया. इस सवाल कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी कह रहे है आप दोनों को खूब समझाया था? पर उन्होंने कहा कि गलत बोल रहे है पटवारी से कोई बात नहीं हुई. जब उनसे यह पूछा गया कि यहां जिम्मेदारी क्या रहेगी? तो उन्होंने कहा कि पिता ने पार्टी को खड़ा किया है. उनका भी सपना था कि बीजेपी में रहकर सेवा करूं. काम तो लगातार कर रहा था, कांग्रेस में जो नहीं कर पाया यहां करूंगा.
संजय शुक्ला ने इस सवाल कैलाश विजयवर्गीय के साथ काम करना होगा? को जवाब देते हुए कहा कि कैलाश से परिवार की तरह रिश्ते हैं. चुनाव अपनी जगह है उनके साथ काम करूंगा. जब पूछा गया कि उन्होंने कहा कि साले तेरी गाली सुनी, अब तुझे पार्टी में ले रहा हूं? तो उन्होंने कहा कि मजाक में बोल रहे थे। मैंने कहा कि आपका बच्चा हूं, आपके साथ ही रहूंगा. इस सवाल कांग्रेस से और भी लोग आ रहे है? के जवाब में उन्होंने कहा कि अगले आठ-दस दिन में इंदौर के कई बड़े नेता बीजेपी में शामिल होंगे.
कांग्रेस से बीजेपी में आए इंदौर 1 के पूर्व विधायक संजय शुक्ला का राजनीतिक भविष्य क्या होगा ये तो भविष्य के गर्त में है, लेकिन इंदौर में लोग संजय शुक्ला के फैसले से नाखुश नजर आए. लोगों का कहना था कि संजय शुक्ला ने बीजेपी में जाकर गलत किया और जनता को धोखा दिया है. खादी के अंदर खाकी का आरोप लगाते हुए विधानसभा एक के लोगों ने कहा कि संजय शुक्ला पर अपनी आर्थिक स्थिति को बचाने का दबाव था और जनहित को एक तरफ रखते हुए उन्होंने ये फैसला लिया है.
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