नई दिल्ली । ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे के बीच शिवसेना सांसद (Shivsena MP) संजय राउत (Sanjay Raut) ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) को विपक्ष (Opposition) का भीष्म पितामह (Bhishma Pitamah) बताया है। राउत के बयान पर सुब्रमण्यम स्वामी ( Subramannyam Swami) ने चुटकी लेते हुए पूछ लिया, इसीलिए वह (शरद पवार) मन से पांडवों (Pandavas) के साथ हैं?
सोशल मीडिया पर स्वामी के इस ट्वीट पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया देने लगे। लोगों का मानना है कि स्वामी ने पांडवों का जिक्र भाजपा के लिए किया है। संजय राउत ने कहा, ‘पवार विपक्ष के भीष्म पितामह हैं। राजनीति में उनकी सलाह से बहुत सारे निर्णय लिए जाते हैं। अगर विपक्ष कमजोर है तो समझिए लोकतंत्र भी कमजोर है। कई बार ऐसा होता है कि क्षेत्रीय दलों के नेताओं को राष्ट्रीय स्तर पर आगे आना पड़ता है।’ उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं, लेकिन बिना कांग्रेस के मोदी पर विजय पाना संभव नहीं लग रहा है।
बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी की बात के अनेक मतलब इसलिए निकाले जा रहे हैं क्योंकि उन्होंने पौराणिक चरित्र के जवाब में दूसरे पौराणिक चरित्रों का जिक्र कर दिया। महाभारत की बात करें तो भीष्म पितामह दिखायी तो कौरवों के तरफ दे रहे थे लेकिन मन से वह चाहते थे कि पांडवों की जीत हो। वह समय-समय पर पांडवों को विजय श्री का आशीर्वाद भी देते रहते थे। वहीं मजबूरी मे उन्हें कौरवों की तरफ से युद्ध करना पड़ा था।
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