नई दिल्ली (New Delhi)। मुंबई के पात्रा चॉल घोटाले (Mumbai’s Patra Chawl Scam)में मुख्य गवाह स्वप्ना पाटकर (Main witness Swapna Patkar)ने शिवसेना (Shiv Sena)नेता संजय राउत (leader sanjay raut)पर धमकाने का आरोप (allegation of bullying)लगाया है। उन्होंने विधान परिषद की उपाध्यक्ष को लिखे पत्र में गंभीर आरोपों का जिक्र किया है । आरोप है कि वे उनके परिवार को परेशान कर रहे हैं। पाटकर ने यह भी बताया कि पहले राउत ने उनके पीछे जासूस लगाए अब उन्हें परेशान कर रहे हैं। 1034 करोड़ के इस घोटाले की जांच ईडी कर रही है।
स्वप्ना पाटकर मुंबई के पात्रा चॉल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्य गवाह हैं। उनका आरोप है कि संजय राउत ने उन्हें और उनके परिवार को धमकी दी है। उन्होंने मामले में विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम ताई गोरहे से खुद की सुरक्षा करने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि वह पहले भी इस तरह के हजारों पत्र लिख चुकी हैं।
पत्र में पाटकर ने कहा, “संजय राउत मुझे और मेरे परिवार को परेशान कर रहे हैं। मैं जहां भी जाती हूं मेरा पीछा किया जाता है। 3 मई को बीकेसी में भी मेरा पीछा किया गया था। मुझ पर पहले भी हमला हो चुका है। एक मामला दर्ज किया गया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ।”
उन्होंने दावा किया कि शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने उन पर नजर रखने के लिए जासूसों को काम पर रखा था। “एक (जासूस) को भी गिरफ्तार किया गया था, लेकिन राउत के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। मुझे धमकी दी और मेरे साथ दुर्व्यवहार किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्हें पुलिस स्टेशन नहीं बुलाया गया। मुझे दुबई और पाकिस्तान से धमकी भरे कॉल आए। मेरे वाहन पर हमला किया गया। घर पर शराब की बोतलें फेंकी गईं।”
क्या है पॉल चात्रा घोटाला
मुंबई के गोरेगांव में एक इलाका सिद्धार्थ नगर है। इसे पॉल चात्रा के नाम जाना जाता है। यहां 47 एकड़ में 672 घन बने हैं। 2008 में MHADA ने पात्रा चॉल को रीडेवलप के लिए प्रोजेक्ट शुरू किया। इस प्रोजेक्ट के तत लोगों को 672 फ्लैट दिए जाने थे और बची जमीन को प्राइवेट डेवलपर्स को बेचना था। इतने साल बीत जाने के बाद लोगों को अपने फ्लैट का इंतजार है।
इस घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में संजय राउत को 1 अगस्त को गिरफ्तार भी किया था लेकिन, वो जमानत पर बाहर आ गए।
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