इंदौर। कुख्यात और फरार भूमाफिया (LandMafia) दीपक मद्दा (Deepak Madda) के कई चौंकाने वाले कारनामे धीरे-धीरे कर उजागर हो रहे हैं। गृह निर्माण संस्थाओं की जमीनों के सबसे बड़े लुटेरे ने जहां अपनी पत्नी को भी अपराध में भागीदार बना दिया, वहीं रिश्तेदारों और मित्रों को भी कई फर्में बनाकर उलझा डाला, जिनमें गृह निर्माण संस्थाओं के अलावा अन्य हड़पी जमीनों (Lands) को ट्रांसफर (Transfer)कर दिया।
दीपक मद्दा की पत्नी समता जैन (Samta Jain) के नाम पर बनी समता कंस्ट्रक्शन (Samta Constructions) नामक फर्म में प्रतीक संघवी (Prateek Sanghvi) के अलावा सुरेन्द्र संघवी (Surendra Sanghvi)भी डायरेक्टर (Director) है। समता कंस्ट्रक्शन का पता भी नवनीत दर्शन, दूसरी मंजिल, 206-07 का दिया है, जो कि सुरेन्द्र संघवी का ही दफ्तर है। समता कंस्ट्रक्शन 2006 में एक लाख रुपए के कैपिटल फंड से बनाई गई, जिसमें कई संस्थाओं की जमीनें शामिल की गई और इस कम्पनी का रजिस्ट्रेशन नम्बर 18671 है।
इस कंस्ट्रक्शन कम्पनी का उद्देश्य डेवलपमेंट (Development), इन्फ्रास्ट्रक्शन (Infrastructure) से लेकर निर्माण संबंधित कार्य कागजों पर बताए गए हैं, जबकि असल में कम्पनी (Company) बनाई ही इसीलिए गई, जिसमें गृह निर्माण संस्थाओं से लेकर अन्य कबाड़ी गई जमीनें शामिल कर ली जाए। इसी तरह दीपक मद्दा की पत्नी के नाम पर दो अन्य कम्पनियों का भी खुलासा हुआ है, जिसमें एक समता डेवकॉन प्रा.लि. के अलावा दूसरी कम्पनी एनजे देव बिल्ड प्रा.लि. है। समता डेवकॉन में तो पत्नी के साथ दीपक मद्दा खुद डायरेक्टर है और इसका पता 221,स्टारलिट टावर-29, यशवंत निवास रोड दिया गया है। इसी तरह एनजे देव बिल्ड में एक डायरेक्टर हेमंत नीमा को बनाया गया है, जबकि मद्दा की पत्नी समता जैन भी उसमें डायरेक्टर है। इस कम्पनी का पता मकान नम्बर 45, केसरबाग रोड बताया गया है। इस तरह की और भी कई कागजी फर्मों-कम्पनियों का धीरे-धीरे खुलासा हो रहा है, जिनमें संस्थाओं से लेकर अन्य जमीनों की रजिस्ट्रियां करवा ली गई। पुलिस ने इन फर्मों, कम्पनियों की जांच-पड़ताल भी शुरू कर दी है। वहीं दीपक मद्दा के रिश्तेदारों और मित्रों से भी पूछताछ की जा रही है, जिसमें दामाद और समधी भी शामिल हैं।
पिछले दिनों शुभम पैराडाइज का भी एक घोटाला अग्निबाण ने उजागर किया था, उसमें भी तीन संस्थाओं की जमीनें शामिल कर अभिन्यास मंजूर करवाया और कालोनी काट दी। इसी तरह झंवर कालेज ऑफ डेंटल कॉलेज के डायरेक्टर अजीत झंवर, जो कि दीपक मद्दा (Deepak Madda) के समधी हैं के साथ भी भिचौली मर्दाना में एक कालोनी का डवलपमेंट कुछ समय पूर्व ही शुरू किया। इसमें तीन एकड़ से अधिक जमीन तो झंवर के नाम पर दर्ज है, जबकि 40 से 50 हजार स्क्वेयर फीट जमीन दीपक मद्दा के नाम पर है। यहां पर बिना अनुमति के ही कालोनी विकसित कर बड़े-बड़े भूखंड बेचे गए। दूसरी तरफ पुलिस ने सभी फरार 15 भूमाफियाओं पर इनाम की राशि बढ़ाकर दो गुनी कर दी है। डीआईजी मनीष कपूरिया के मुताबिक अब इन सभी आरोपियों पर 10 की बजाय 20-20 हजार रुपए की इनामी राशि कर दी गई है। वहीं कुछ भूमाफिया नेताओं और अफसरों के सम्पर्क में हैं और सरेंडर भी कर सकते हैं।
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