इंदौर। इंदौर अभिभाषक संघ (Indore Adv. Association) के चुनाव में आखिरकार संघ और भाजपा (BJP) से जुड़े दिनेश पांडेय (Dinesh Pandey) विजयी रहे। उनके लिए पर्दे के पीछे से कई नेताओं ने प्रचार किया। हालांकि पांडेय ने जीत का श्रेय इंदौर के अभिाभाषकों को ही दिया।
उन्होंने कहा कि इंदौर (indore) के बुद्धिजीवी अभिभाषकों को कोई प्रभावित नहीं कर सकता है और उन्हें समझाने की आवश्यकता भी नहीं रहती है। वे जानते हैं कौन हमारी आवाज उठा सकता है। इसी का परिणाम मुझे जीत के रूप में मिला। हालांकि राजनीतिक बात की जाए तो पांडे के लिए पिछले कई दिनों से संघ भाजपा (BJP) के पदाधिकारी मौखिक अपील कर प्रचार कर रहे थे। पांडेय बचपन से ही संघ के स्वयंसेवक रहे हैं और बजरंग दल इंदौर के अध्यक्ष के साथ-साथ एक बार पार्षद भी रहे हैं। पांडे तीसरी बार अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। पांडेय के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के रूप में सौरभ मिश्रा थे, जिनके लिए भी भाजपा और कांग्रेस के नेता पर्दे के पीछे से प्रचार कर रहे थे। हालांकि उनका कहना था कि यह संस्थागत चुनाव है और यहां केवल वकीलों की ही चलती है। अध्यक्ष में तीसरे नंबर पर गोपाल कचोलिया तो चौथे नंबर पर दिनेश हार्डिया रहे।
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