नई दिल्ली. एक तरफ तमाम सुविधाएं मिलने के बावजूद भी अधिकतर बच्चे बिगड़ जाते हैं या फिर स्कूल (School) नहीं जाने के लिए तमाम बहाने बनाते हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखपुर (Gorakh Pur) जिले की रहने वाली संध्या साहनी (Sandhya Sahni) ने ऐसे बच्चों के लिए नजीर पेश की है. बाढ़ के कारण सड़क डूब जानें के चलते संध्या हर दिन 800 मीटर नाव चलाकर (Sailing 800 Meters) स्कूल जाती हैं. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
Gorakhpur | Undeterred by floods, class 11 student Sandhya Sahani rows a boat daily to reach her school in Bahrampur.
“I couldn’t take online classes as I didn’t have smartphone. When schools reopened, floods hit the area so I decided to reach school by a boat,” says Sahani pic.twitter.com/yJzLvcM384
— ANI UP (@ANINewsUP) September 5, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो संध्या साहनी का घर गोरखपुर के बहरामपुर एरिया में है. उनकी परिवारिक स्थिति ज्यादा ठीक नहीं हैं. उनके पिता बड़ई का काम करते हैं और उससे मिलने वाले पैसे से ही परिवार का खर्च चलता है. संध्या बड़ी होकर कुछ अच्छा कर सकें और परिवार की गरीबी दूर कर सकें, इसलिए वह राप्ती नदी को नाव से पार करके स्कूल जाती हैं.
संध्या एडी राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में 11वीं क्लास में पढ़ती हैं. संध्या का कहना है कि कोरोना के समय स्कूल बंद हो गया था, जिससे उनकी पढ़ाई रुक गई थी. उनके पास मोबाइल (Mobile) नहीं था, इस वजह से वे ऑनलाइन क्लास भी नहीं कर पाईं. जब सरकार के फैसले के बाद स्कूल खोलने की खबर आई तो उनके गांव के आसपास बाढ़ आ गई थी. लेकिन संध्या ने हार नहीं मानी और नाव चलाकर स्कूल जाने का फैसला किया.
संध्या, सरोजिनी नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, कल्पना चावला और पीटी ऊषा को अपना आदर्श मानती हैं. उनका मानना है कि अच्छी शिक्षा ही उनके परिवार की गरीबी दूर कर सकती है. संध्या के इस लगन और दृढ़ निश्चय को लोग सलाम कर रहे हैं.
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