धार रोड पर पहले चलती थी फैक्ट्री, उज्जैन में भी चंदन का तेल बनाने की तीन फैक्ट्रियां
इन्दौर। क्राइम ब्रांच (crime branch) ने कल कार से चंदन की लकड़ी की तस्करी करते चार लोगों को पकड़ा। उनसे पूछताछ में पता चला है कि वे किसी चंदन के तेल की फैक्ट्री (Factory) में यह लकड़ी लेकर जा रहे थे। आशंका है कि यह धार रोड की बंद पड़ी फैक्ट्री या फिर उज्जैन की फैक्ट्रियों में तेल के लिए ले जा रहे थे। आरोपियों से पूछताछ जारी है।
क्राइम ब्रांच (crime branch) को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एमआर-10 पर कुछ लोग कार से चंदन की लकड़ी लेकर जा रहे हैं। इस पर टीम ने चार लोगों को पकड़ा। उनके नाम दीपक राजपूत, विकास, गजेंद्र और दीपक हैं। इनमें से तीन कार में बैठे थे, जबकि एक बाइक से रैकी करते हुए चल रहा था। पुलिस ने कार से लाखों की चंदन की लकड़ी, कार और बाइक जब्त की। कार पर वन विभाग का मोनो भी लगा था, ताकि पुलिस से बच सकें। आरोपियों ने बताया कि वे किसी चंदन तेल की फैक्ट्री को यह लकड़ी देने जा रहे थे, लेकिन उसके बारे में जानकारी नहीं दे रहे हैं। पुलिस को आशंका है कि धार रोड की बंद फैक्ट्री या फिर उज्जैन में संचालित तीन फैक्ट्रियों को ये लकड़ी अवैध रूप से देने जा रहे थे। इंदौर की फैक्ट्री की अनुमति कुछ साल पहले निरस्त हो चुकी है, जबकि उज्जैन में फैक्ट्रियां वन विभाग की अनुमति से चल रही हैं।
अफसरों के सरकारी बंगले रहते हैं निशाने पर
शहर में यूं तो अब चंदन के पेड़ बचे नहीं हैं। जो बचे हैं वे सरकारी अफसरों के बंगलों पर ही हैं। वन विभाग का ऑफिस हो या फिर पुलिस अथवा प्रशासनिक अधिकारियों के बंगले यहां आए दिन पेड़ काटने की घटना होती है। रेसीडेंसी एरिया में सबसे अधिक चंदन के पेड़ हैं। यहां डेली कॉलेज और दूसरे निजी क्षेत्र से भी कई बार पेड़ काटने की घटनाएं हुई हैं। आईजी ऑफिस में तो पेड़ों को सुरक्षित रखने के लिए कंटीले तारों का जाल पेड़ों के चारों ओर लगा रखा है।
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