सरपंच, स्वयं सहायता समूहों की लेंगे मदद
इंदौर। गौ-संरक्षण (Cow protection) की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के तहत मध्यप्रदेश (MP) सरकार इस पूरे वर्ष को ‘गौवंश रक्षा वर्ष’ (‘Cow Protection Year’) मना रहा है। इसके तहत गौशालाओं (Gaushala)में विभिन्न तरह के आयोजन कर जिले में एक आदर्श गौ शाला भी तैयार की जाएगी।
9 अप्रैल 2024 से 29 मार्च 2025 तक तय दिनांक में गौशालाओं में विभिन्न तय कार्यक्रम होंगे। पिछले दिनों सनावदिया गौशाला में आयोजन किया गया। पशु चिकित्सा सेवाएं, इंदौर इसके तहत सनावदिया गौशाला को आदर्श गौशाला बनाने की तैयारी कर रहा है। यहां स्थानीय रहवासियों, सरपंच और स्वयं सहायता समूह के साथ अधिकारियों ने बैठक भी की, जिसमें उनसे निराश्रित गौवंश का गौ शालाओं में प्रवेश, साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात करने के साथ ही उनकी समस्याएं भी सुनी गईं। डॉ शशांक जुमड़े, उपसंचालक और ब्लॉक वेटरनरी ऑफिसर डॉ अंजलि सिंह भी उपस्थित रहीं। इसके तहत गौवंश के लिए गौ-शालाओं को दी जाने वाली राशि में भी बढ़ोतरी की गई है। प्रति गौ वंश प्रतिदिन राशि 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए दी जा रही है। विभाग सीधे लोगों को इससे जोडऩे का प्रयास भी करेगा। गौशालाओं से जुड़े दानदाताओं का सम्मान भी किया जाएगा। लोगों को प्रेरित किया जाएगा कि वे एक या एक से अधिक गौ वंश के लिए प्रतिदिन प्रति गौ वंश कम से कम 10 रुपए निकालें। गौ शालाओं में लोगों को अपने जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ, अन्य मांगलिक प्रसंग, पुण्यतिथि मनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
‘‘14 और 29 जून को भी अलग-अलग गौशालाओं में तय बिंदुओं के अनुसार कार्यक्रम किए जाएंगे। सनावदिया गौ शाला को हम आदर्श गौ शाला बनाने पर विचार कर रहे हैं। फिलहाल इंदौर जिले में 13 शासकीय गौशालाएं है, जिसमें 946 से ज्यादा गौवंश हैं तो अशासकीय गौशालाओं की संख्या 39 हैं, जिनमें 7 हजार से ज्यादा गौ वंश है।’’
– डॉ. शशांक जुमड़े, उपसंचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं, इंदौर