नई दिल्ली (New Delhi)। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पिछले दिनों देश में संस्थागत और आर्थिक सर्वे कराने और संपत्ति के पुनर्वितरण की बात कही थी। इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने तीखा हमला बोला था और कहा था कि कांग्रेस देश के लोगों की संपत्ति लूटना चाहती है। यह विवाद अभी थमा भी नहीं था कि कांग्रेस के नेता सैम पित्रोदा का बयान नया बवाल खड़ा कर सकता है। अमेरिका में बोलते हुए ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) ने कहा, ‘अमेरिका में विरासत पर टैक्स लगता है। यदि किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और वह मर जाता है तो उसकी 45 फीसदी संपदा ही बच्चों को मिलती है। इसके अलावा बाकी 55 फीसदी संपत्ति सरकार के पास चली जाती है।’
यही नहीं राहुल गांधी की ओर से दिए बयान पर सवाल पूछा गया कि इसे पीएम नरेंद्र मोदी मुद्दा बना रहे हैं। इस पर सैम पित्रोदा ने कहा कि वह यह बात नहीं कह रहे हैं कि किसी की शर्ट लेकर दूसरे को दी जाएगी। यहां बात यह है कि कैसे संसाधनों का केंद्रीकरण होने से रोका जाए। बता देें कि कुछ सप्ताह पहले राहुल गांधी ने हैदराबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि हमारी सरकार बनेगी तो हम संस्थागत और आर्थिक सर्वे कराएंगे। हम यह पता लगाएंगे कि देश में किसके पास कितनी दौलत है और उसका फिर नए सिरे से वितरण होगा।
उनके इसी बयान को आधार बनाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने राजस्थान की एक रैली में हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस आपकी दौलत उन लोगों को देना चाहती है, जिनके ज्यादा बच्चे हैं। वह चाहते हैं कि हमारी माताएं-बहनें अपने जेवर तक का हिसाब दें। पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से यह मुद्दा उठाए जाने के बाद कांग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है। यही नहीं प्रियंका गांधी को इस पर जवाब देना पड़ा और उन्होंने मंगलसूत्र वाली टिप्पणी पर बोलते हुए कहा कि मेरी मां ने अपना मंगलसूत्र देश के लिए कुर्बान कर दिया। उन्होंने कहा कि मेरी दादी ने देश के लिए अपना सोना दिया था।
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