उज्जैन। कल से श्रावण का महीना शुरू हो चुका है। पहले ही दिन महाकाल में 25 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच गए। इसके साथ ही पूरे महीने महाकाल के लड्डू प्रसाद की मांग भी रहेगी। इसे देखते हुए मंदिर समिति ने आज से निर्माण क्षमता बढ़ाकर 50 क्विंटल कर दी है।
उल्लेखनीय है कि श्रावण-भादौ मास में बड़ी संख्या में लोग महाकाल दर्शन के लिए आते हैं। आम दिनों में औसतन रोजाना 10 से 15 हजार श्रद्धालु महाकाल दर्शन करते हैं। कल सावन का पहला दिन था और पहले ही दिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 25 हजार पार चली गई थी। आम दिनों में महाकाल मंदिर के प्रसादी काउंटर पर 15 से 20 क्विंटल लड्डू प्रसादी का स्टॉक रखा जाता है। परंतु सावन में श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढऩे के बाद लड्डू प्रसादी की मांग भी बढ़ जाती है। सहायक प्रशासनिक अधिकारी मूलचंद जूनवाल ने बताया कि इसे देखते हुए लड्डू निर्माण यूनिट में प्रतिदिन 50 क्विंटल खपत के मान से लड्डू प्रसादी तैयार कराना शुरू कर दिया गया है ताकि पूरे सावन महीने में श्रद्धालुओं को माँग के अनुरूप प्रसाद उपलब्ध हो सके।
सोमवार को जब भगवान महाकाल की सवारी सावन भादौ महीने में निकलेगी तो इस दिन करीब दो लाख अतिरिक्त श्रद्धालु शहर आते हैं। इन दिनों के लिए भी लड्डू प्रसादी का अतिरिक्त स्टॉक तैयार रखा जाएगा। उल्लेखनीय है कि महाकाल मंदिर के प्रसाद को केन्द्र सरकार का सेफ भोग टेग मिलने के बाद इसकी डिमांड और बढ़ गई है। महाकाल मंदिर के प्रसाद की कई बार काउंटर पर कमी हो जाती है। इसी को देखते हुए प्रसाद की अभी से निर्माण शुरू कर दिया गया है। महाकाल मंदिर में हर वर्ष सावन में प्रसाद की बिक्री बढ़ जाती है और खासकर प्रसादी लड्डुओं की विशेष मांग रहती है।
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