- आज सुबह विभिन्न मार्गों से होती हुई कावड़ यात्रा महाकालेश्वर मंदिर पहुँची-महाकाल का किया जलाभिषेक
उज्जैन। समर्पण कावड़ सेवा समिति द्वारा आयोजित कावड़ यात्रा में आज सुबह विभिन्न अखाड़ों के संत शामिल हुए। उन्होंने त्रिवेणी घाट से शिप्रा का जल लेकर भगवान महाकाल के अभिषेक के लिए त्रिवेणी घाट से कावड़ यात्रा आरंभ की। विभिन्न मार्गों से होती हुई यात्रा महाकालेश्वर मंदिर आई तथा संतों ने भगवान महाकाल को कावड़ का जल अर्पित किया।
लगातार दो साल कोरोना महामारी के कारण भीड़भाड़ वाले धार्मिक आयोजन प्रतिबंधित रहे थे जिसके चलते दो साल से सावन के महीने में कावड़ यात्राएँ भी नहीं निकल रही थी लेकिन इस बार हालात सामान्य हैं और कावड़ यात्राओं का क्रम भी शुरु हो गया है। इसी कड़ी में आज सुबह समर्पण कावड़ सेवा समिति द्वारा बड़े स्तर पर कावड़ यात्रा का आयोजन त्रिवेणी घाट शनि मंदिर से किया गया। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के साथ-साथ संत उत्तम स्वामी महाराज, विनीत गिरी महाराज, काशीनाथ त्यागी महाराज, स्वामीनारायण मंदिर त्रिवेणी के महंत व अन्य प्रबुद्धजन शामिल हुए। यात्रा से पूर्व यहाँ एकत्रित संतों और भक्तों ने त्रिवेणी घाट से अपने कावड़ में माँ शिप्रा का जल भरा और फिर वे सुबह 9 बजे के लगभग शनि मंदिर से जल लेकर कावड़ का पूजन करने के उपरांत यात्रा पर निकले। यात्रा शहर के शनि मंदिर, महामृत्युंजय द्वार, टॉवर फ्रीगंज, चामुंडा माता मंदिर चौराहा, देवास गेट, मालीपुरा, दौलतगंज, कंठाल चौराहा, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा, हरसिद्धि की पाल होते हुए शंख द्वार पर पहुँची। यहाँ से कावड़ यात्रियों के प्रवेश की मंदिर समिति ने व्यवस्था की है। सभी यात्रियों ने महाकाल मंदिर में प्रवेश करने के बाद भगवान महाकालेश्वर के चरणों में त्रिवेणी का जल अर्पित किया।