गुना। धनोरिया गांव के सहरिया परिवार की महिला रामप्यारीबाई को दबंगों के द्वारा डीजल डालकर जिंदा जलाने का प्रयास किया आरोपियों ने घटना का वीडियो भी बनाया मामले में बमोरी थाना प्रभारी की लापरवाही देखने को मिली पूर्व में थाने में की गई शिकायतों पर कार्यवाही ना होने का अंजाम एक महिला की दुखद मौत से अंत हुआ। घटना के बाद मामले में ग्वालियर एडीजी कलेक्टर पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल सहित धनोरिया गांव पहुंचे थे जहां उन्होंने महिला के परिजनों से मुलाकात कर घटना के संबंध में विस्तार से जानकारी ली थी गंभीर हालत के चलते महिला को गुना से ग्वालियर रेफर किया गया था लेकिन 7 दिन की जद्दोजहद के बाद आखिरकार महिला ने दम तोड़ दिया घटना के बाद सहरिया आदिवासी समुदाय में काफी रोष देखने को मिल रहा है आज पुलिस प्रशासन की देखरेख में महिला का अंतिम संस्कार किया जाएगा। कलेक्टर के द्वारा घटना के संबंध में 8. 25 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं।
प्रशासन ने दिलाया था जमीन पर कब्जा
बमोरी तहसील दार गौरी शंकर बैरवा ने बताया कि आवेदक अर्जुन पुत्र भमरा जाति सहरिया निवासी धनोरिया तहसील बमौरी के नाम भूमि सर्वे नंबर 28/ 1/ 2 /2 रकबा 1. 350 हेक्टेयर भूमि स्वामित्व के रूप में दर्ज है उक्त भूमि पर प्रताप हनुमंत पुत्र गण कन्हैया लाल जाति धाकड़ द्वारा अवैध कब्जा कर लिया था आवेदक द्वारा धारा 250 के अंतर्गत पेश किया था, न्यायालय तहसीलदार फतेहगढ़ द्वारा दिनांक प्रकरण क्रमांक 03/अ-70/ 2021-22 से 06.05.22 को विधिवत ट्रैक्टर से जुतवाकर कब्जा दिया गया।
एकता परिषद ने जताया विरोध राज्यपाल के नाम ज्ञापन
धनोरिया गांव में सहरिया महिला के ऊपर डीजल डालकर जिंदा जलाने की घटना के बाद एकता परिषद और समाजसेवी संगठन आक्रोशित दिखे। नेहरू पार्क पर आदिवासी और सहरिया सहित अन्य संगठनों ने इस घटना का विरोध करते हुए नारेबाजी की। साथ ही रैली निकालकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे। एकता परिषद ने सहरिया परिवार को जमीन का सुरक्षा के साथ कब्जा दिलाने, एक करोड़ रुपये का मुआवजा के साथ परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की। साथ ही राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। धनोरिया गांव की रामप्यारी बाई सहरिया को बीते दिनों खेत पर दबंगों ने डीजल डालकर आग के हवाले कर दिया। घटना के विरोध में शुक्रवार को एकता परिषद के साथ सामाजिक संगठनों ने रैली निकालकर कहा कि अन्याय करना बंद करो। आदिवासियों को संरक्षण दिलाना आवश्यक है।
एकता परिषद के संभागीय समन्वयक सूरज सहरिया, राजाराम, भारत सहरिया सहित अन्य समाजसेवी संगठनों के लोग रैली में उपस्थित थे। उधर, बंधुआ मुक्त आंदोलन से नरेंद्रसिंह भदौरिया ने भी सहरिया परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। उनका कहना था कि बमोरी में अधिकांश सहरिया परिवारों की जमीनों पर दबंगों का कब्जा है, जिसे जल्द मुक्त कराया जाए। साथ ही राज्यपाल के नाम एसडीएम वीरेंद्र सिंह को ज्ञापन दिया गया। समाजसेवी संगठनों का कहना है कि राज्यपाल से मिलने का समय मांगा गया है। धनोरिया गांव में हुई घटना के बारे में अवगत कराया जाएगा।
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