नई दिल्ली। भारतीय चयन समिति ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के लिए टेस्ट टीम में कुछ बड़े बदलाव किए। चेतन शर्मा की अगुआई वाली चयन समिति ने चार सीनियर खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर दिया। पूर्व उपकप्तान अजिंक्य रहाणे, ईशांत शर्मा, चेतेश्वर पुजारा और ऋद्धिमान साहा को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। टीम से निकाले जाने के बाद ऋद्धिमान साहा ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें संन्यास लेने की सलाह दी थी।
वहीं, बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने उनसे वादा किया था कि जब तक वे बोर्ड अध्यक्ष हैं तब तक उन्हें कुछ नहीं होगा। मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा के अनुसार, चार खिलाड़ियों को पहले ही बाहर किए जाने की सूचना दे दी गई थी और चयनकर्ता चाहते थे कि वे रणजी ट्रॉफी में खेलें। रहाणे और पुजारा अपने-अपने राज्यों के लिए रणजी में खेल रहे हैं, जबकि इशांत दूसरे मैच से दिल्ली के लिए उपलब्ध होंगे। वहीं, साहा ने टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया है।
चयनकर्ताओं द्वारा बाहर किए जाने के बाद विकेटकीपर साहा ने अपनी निराशा जाहिर की। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए बड़ा खुलासा किया। साहा ने पुष्टि की है कि उन्हें पहले ही बाहर किए जाने की सूचना दी गई थी और राहुल द्रविड़ ने उन्हें संन्यास के बारे में सोचने की सलाह दी थी। साहा ने कहा, “हां, टीम प्रबंधन ने मुझसे कहा था कि अब मेरे नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। मैं यह तब तक नहीं बता सकता था जब तक मैं भारतीय टीम का हिस्सा था। यहां तक कि कोच राहुल द्रविड़ ने भी सुझाव दिया कि मुझे संन्यास लेने के बारे में सोचना चाहिए।”
साहा ने इसके बाद गांगुली के बारे में कहा, “जब मैंने पिछले नवंबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में खेले गए पहले टेस्ट में दर्द निवारक दवा लेते हुए नाबाद 61 रन बनाए थे तो दादा (सौरव गांगुली को कई मौजूदा और पूर्व खिलाड़ी इसी नाम से बुलाते हैं) ने मुझे व्हाट्सएप पर बधाई दी थी। उन्होंने यहां तक कहा कि जब तक मैं बीसीसीआई अध्यक्ष हूं तब तक तुम्हें किसी चीज की चिंता नहीं करनी चाहिए। बोर्ड अध्यक्ष के इस तरह के मैसेज ने वास्तव में मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया। लेकिन मैं यह नहीं समझ सका कि सबकुछ इतनी तेजी से कैसे बदल गया।”
साहा की जगह केएस भरत को टीम इंडिया में चुना गया है। 2010 में भारत में पदार्पण करने वाले साहा पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद ही टीम के स्थायी सदस्य बने। ऋषभ पंत के डेब्यू के बाद उन्हें लगातार मौके नहीं मिले। ऋषभ ने 2020-21 सीजन में टेस्ट टीम में अपना स्थान पक्का कर लिया। साहा दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान बेंच पर ही रहे थे।
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