सागर । सागर पुलिस ने बड़े धोखधोड़ी ((Fraud)) गिरोह का भंडाफोड़ किया है। शेयर मार्केट ((Share Market) ) के नाम पर बदमाशों ने लोगों को करोड़ो रूपये का चुना लगाया है । इस मामले में पुलिस ने गुजरात (Gujarat) से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो आरोपी दुबई फरार हो गए हैं। आरोपियों के 163 बैंक खातों को सीज किया है, इन्हीं बैंक खातों से सवा 5 करोड़ रुपये से अधिक राशि शेयर धारकों से जमा कराई गई थी। पुलिस ने बताया कि शेयर बाजार (Share Market) में पैसा लगाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी होती थी। गुजरात से गिरफ्तार (Arrested) हुए तीनों आरोपियों से अनेकों सिम कार्ड, एटीएम, पासबुक, चेकबुक, मोबाइल व अन्य सामान जब्त किया गया है। शातिर ठग क्रिप्टो करेंसी और बिटकॉइन (crypto currency and bitcoin) में इन्वेस्ट के जरिए काली कमाई को सफेद करते थे।
पुलिस अधीक्षक तरुण नायक ने गुरुवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 31 अक्टूबर को सागर के राजीवनगर वार्ड निवासी पीडि़त वैभव कुमार गुप्ता ने पुलिस को शिकायत की थी कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा आवेदक को कॉल करके शेयर मार्केट के नाम पर खाता खुलाने के लिये प्रेरित किया गया। झांसे में उसने 8 हजार रुपये से ग्लोबल इंटरप्राइसेस नाम की शेयर मार्केट कंपनी में पैसा लगाना शुरू किया। शुरू में लाभ हुआ तो उसने लालच में आकर स्वयं के अलावा मां, बीबी-बच्चों तथा भाई के खाते खुलवाए और उक्त कंपनी में शेयर के लिए करीबन 1 करोड़ 70 लाख रुपये लगा दिये गए। जब उसे पैसो की जरूरत पड़ी और उसने 40 लाख रुपये वापस मांगे तो आरोपी द्वारा 10 लाख रुपये मांगे गए। फिर उसे अहसास हुआ कि वह ठगों के जाल में फंस गया है। पीडि़त ने 4 दिसंबर को थाना मोतीनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी तरूण नायक, एएसपी विक्रम सिंह कुशवाहा ने साइबर सेल एवं मोतीनगर थाना की संयुक्त विशेष पुलिस टीम गठित की और जांच के निर्देश दिए। टीम ने संबंधित बैंक एवं कंपनियों से जानकारी जुटाई और आरोपियों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की।
सागर पुलिस ने 3 आरोपियों को गुजरात से गिरफ्तार किया है। जिसमें सब्बीर (37) पुत्र सत्तार आकूकाड़ा, रियाज (28) पुत्र लाला भाई पटेल, रईस (41) पुत्र रफीक मिया सभी सूरत गुजरात के निवासी हैं। वहीं दो आरोपित दुबई भाग गए, जिनके नाम आवेश आगाडी, सुनील तथा अन्य आरोपीगण घूम फिरकर हवाला के जरिए ठगों के पास आते थे। ठग पैसों को विभिन्न बैंक खातों एवं फर्जी कंपनियों के माध्यम से दुबई ट्रांसफर किये जाते थे। यह गिरोह काफी चालाकी से धोखाधड़ी से निवेश के नाम पर पैसे जमा कराते थे तथा जो पुन: क्रिप्टोकरंसी (बिटकाईन) के माध्यम से घूम फिरकर सूरत तथा गुजरात के विभिन्न खातों तथा वॉलेट में प्राप्त होते थे। इन पैसो को हवाला के माध्यम से पैसे प्राप्त किये जाते थे।
जानकारी के अनुसार आरोपियों के पास से पुलिस को 21 सिम कार्ड, 28 एटीएम कार्ड, पासबुक 9, चेकबुक 17 व 05 चेक, 08 मोबाइल, 04 कंपनी बैनर, 06 सील जब्त की गई हैं। आरोपियों के विभिन्न बैंक खातों में 163 खाता धारकों से कुल करीबन पांच करोड़ पच्चीस लाख तीन हजार पांच सौ बत्तीस रूपये जमा कराये गये है। संबंधित बैंक के खातों को सील किया गया है।
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