लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव-2022 (UP Assembly Election-2022) के नतीजों में मिली हार के बाद अब एक बार फिर मुलायम परिवार में दूरियां नजर आने लगी हैं। परिणाम के बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पार्टी विधायकों की बैठक में शिवपाल (Shivpal) को न्योता नहीं दिया तो आज समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) गठबंधन में शामिल सहयोगी पार्टियों की मीटिंग में जाने की बजाए शिवपाल दिल्ली (Delhi) चले गए। वहां उन्होंने अपने बड़े भाई और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) से मिलकर अपना दर्द साझा किया।
बता दें कि उत्तरप्रदेश (UP) में अपने भतीजे अखिलेश यादव (Akhilesh) से नाराज चल रहे शिवपाल यादव (Shivpal yadav) अपने बेटे सहित भाजपा में शामिल हो सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलों के बीच प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) प्रमुख शिवपाल यादव पर भगवा रंग चढ़ने लगा है।
प्रातकाल उठि कै रघुनाथा। मातु पिता गुरु नावहिं माथा॥ आयसु मागि करहिं पुर काजा। देखि चरित हरषइ मन राजा॥
भगवान राम का चरित्र ‘परिवार, संस्कार और राष्ट्र’ निर्माण की सर्वोत्तम पाठशाला है। चैत्र नवरात्रि आस्था के साथ ही प्रभु राम के आदर्श से जुड़ने व उसे गुनने का भी क्षण है। pic.twitter.com/yDmjA7Cgns
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) April 4, 2022
शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार सुबह रामायण की चौपाई के साथ भगवान राम को परिवार, संस्कार और राष्ट्र निर्माण की सर्वोत्तम पाठशाला बताया है। माना जा रहा है कि जल्द ही शिवपाल गृहमंत्री अमित शाह (Home minister Amit shah) से मुलाकात करेंगे।
शिवपाल यादव लगातार अपने भतीजे अखिलेश यादव पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते रहे हैं। माना जा रहा है कि अपने और बेटे आदित्य यादव के राजनीतिक भविष्य को देखते हुए वे अब भाजपा में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं।
शिवपाल यादव ने पिछले दिनों अखिलेश के बुलावे पर बैठक का बायकॉट किया तो सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके यह साफ कर दिया था कि जल्द ही वह भतीजे को झटका दे सकते हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved