नई दिल्ली: शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए श्रीनगर शहर के बीचों बीच ‘बलिदान स्तंभ’ और ‘बलिदान चक्र’ बनाया जाएगा. ऐसी उम्मीद है कि यह अगले साल तक तैयार हो जाएगा. बलिदान स्तंभ की ऊंचाई जमीन से करीब 12 मीटर होगी, यह बलिदान चक्र के केंद्र में बनाया जाएगा. एक गोलाकार रास्ते के साथ यह पूरा क्षेत्र करीब 950 वर्गमीटर में फैला होगा, जिसमें मूर्तियों वाला कैंडल टावर्स, मेहराबों से बनी एक गोलाकार दीवार और वीरों के नामों का उल्लेख करने के लिए एक पट्टिका दीवार भी होगी.
इस परियोजना के लिए श्रीनगर के प्रताप पार्क क्षेत्र को चुना गया है, जो करीब 10000 वर्गमीटर में फैला हुआ मैदान है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले महीने श्रीनगर यात्रा के दौरान इस परियोजना की आधारशिला रखी थी. अब केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की सरकार चाहती है कि इसे बनाने वाली कंपनी का नाम तय हो जाने के बाद अगल छह महीने में इस परियोजना को अंजाम तक पहुचा दिया जाए.
प्रताप पार्क श्रीनगर के एक प्रमुख क्षेत्र में मौजूद है और इसके दोनों ओर से दो अहम सड़कें गुजरती हैं, मौलाना आजाद रोड और रेजीडेंसी रोड. वहीं बलिदान स्तंभ का निर्माण प्रताप पार्क के रीगल लिंक रोड छोर की ओर किया जाएगा. परियोजना का मकसद आजादी के बाद से जम्मू-कश्मीर में लड़ी गई विभिन्न लड़ाइयों के नायकों के प्रति निरंतर आभार व्यक्त करना है.
इसके साथ ही बलिदान स्तंभ शहीद सैनिकों की याद में बनाया जाएगा. परियोजना के दस्तावेजों के मुताबिक, बलिदान स्तंभ इस क्षेत्र के बाशिंदों के लिए एक आदर्श ऐतिहासिक और भावनात्मक रूप से मिलने की जगह होगी, जो जम्मू-कश्मीर के साथ देश के बाकी हिस्सों के जुड़ाव का एक बेमिसाल प्रतीक होगा. परियोजना के एक दस्तावेज में उल्लेख किया गया है, ‘जम्मू और कश्मीर की पवित्र धरती कई युद्धों की गवाह रही है और इस राज्य ने देश के सशस्त्र बलों को कुछ नायाब सैनिक दिए हैं.’
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved