जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Former Deputy CM Sachin Pilot) पेपर लीक और भ्रष्टाचार (paper leak and corruption) के मुद्दे पर अपनी 5 दिन की जन संघर्ष यात्रा (Jan Sangharsh Yatra) का महापुरा में समापन किया. 11 मई को अजमेर से 125 किलोमीटर की यात्रा कर जयपुर पहुंचे पायलट ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने वसुंधरा सरकार (Vasundhara Government) के दौरान हुई लूट को लेकर सीएम गहलोत (CM Gehlot) को चिट्ठी लिखी, बार-बार निवेदन किया और फिर अनशन भी किया लेकिन मेरी मांग नहीं सुनी गई और राजे सरकार के करप्शन के मामलों पर कोई एक्शन नहीं लिया. पायलट ने कहा कि जनता के सामने हमारी कथनी और करनी में फर्क नहीं होना चाहिए.
वहीं पायलट ने मंच से कहा कि मैं आपसे वादा करना चाहता हूं कि अगर मैं किसी भी पद पर रहूं या ना रहूं, जनता के साथ हमेशा खड़ा रहूंगा और अगर मेरी मांगे आने वाले 15 दिनों तक नहीं मानी गई तो मैं पूरे प्रदेश में आंदोलन करूंगा और गांव-गांव जाकर अपनी आवाज बुलंद करूंगा. पायलट ने कहा कि मेरी यात्रा का उद्देश्य नौजवानों के साथ जो धोखा होता है, जिस तरह व्यवस्था के नाम पर उनका भविष्य अंधकार में धकेला जा रहा है, उस व्यवस्था को बदलना था. वहीं पायलट ने एक बार फिर पेपर लीक पर आरपीएससी और सीएम गहलोत पर सीधा हमला किया. पायलट ने कहा कि पेपर लीक में सरगनाओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, केवल दलालों पर बुलडोजर चलवाया गया है.
वहीं पायलट ने मंच से अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान करते हुए मांगें पूरी करने के लिए 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने सरकार के सामने तीन मांगे रखते हुए कहा कि इस महीने के आखिर तक यदि ये मांगें नहीं मानी गई तो वह पूरे प्रदेश में जन आंदोलन करेंगे और गांव-गांव तक जनता के बीच जाएंगे. पायलट ने कहा कि अभी तक मैं गांधीवादी तरीके से अपनी बात रख रहा था. वहीं मंच से पायलट ने कहा कि ‘आने वाले समय में मैं अगर किसी पद पर रहूं या ना रहूं लेकिन राजस्थान की जनता की सेवा आखिरी सांस तक करता रहूंगा और मैं अब किसी से डरने वाला नहीं हूं और दबने वाला नहीं हूं.
वहीं पायलट ने मंच से सरकार के सामने 3 मांग रखते हुए एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है. पायलट ने कहा कि यदि हमें राज्य में रिवाज बदलना है तो आरपीएससी को बंद किया जाना चाहिए और एक नई व्यवस्था लागू की जाए. वहीं पेपर लीक को लेकर एक कानून बनाया जाना चाहिए जिसमें आरपीएससी मेंबर और अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर पूरी जांच हो. वहीं पायलट ने दूसरी मांग रखते हुए कहा कि राजस्थान में जिन परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं उनमें शामिल होने वाले बच्चों का जो नुकसान हुआ है उसके लिए सरकार को आर्थिक मुआवजा देना चाहिए. इसके साथ ही पायलट ने तीसरी मांग रखते हुए कहा कि 15 दिनों के भीतर वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार के मामलों पर अब कार्रवाई होनी चाहिए.
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