जयपुर। राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच आज दोपहर राजस्थान कांग्रेश ने अब तक का सबसे बड़ा एक्शन लेते हुए अपने युवा एवं कद्दावर नेता एवं बागी डिप्टी सीएम सचिन पायलट पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद यानी दोनों पदों से एक साथ हटा दिया, जिसके बाद अब राजस्थान में राजनीति के नए समीकरण भी बनने लगे हैं। सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर यह है कि कांग्रेश से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट आप भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में बताए जा रहे हैं। सूत्रों ने यह भी बताया है कि सचिन पायलट ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के सामने मुख्यमंत्री पद की मांग रखी है, लेकिन सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि भाजपा सचिन पायलट को मुख्यमंत्री पद नहीं देना चाहती है, जबकि बताया जा रहा है कि भाजपा ने उन्हें गृह एवं वित्त मंत्रालय सहित कई अन्य मंत्रालय देने को राजी है। समाचार लिखे जाने तक सचिन पायलट और भाजपा के एक शीर्ष नेता के साथ गोपनीय बातचीत अभी जारी है । गौरतलब है कि आज सुबह जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में न्योता मिलने के बावजूद सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायक नहीं पहुंचे थे, जिसके बाद कांग्रेस ने सचिन पायलट को दोनों पदों से हटाने का निर्णय कर लिया है। सनद रहे इसके पहले सचिन पायलट ने राजस्थान में प्रगतिशील कांग्रेस नाम से थर्ड फ्रंट बनाने के भी संकेत दिए थे, लेकिन अभी फिलहाल राजनीतिक स्थिति साफ नहीं हो पाई है कि वह थर्ड फ्रंट बनाएंगे या फिर भाजपा में शामिल होंगे।
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