न्यूयॉर्क। आतंकी मुद्दे (terrorist issue) पर एक बार फिर भारत ने संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में चीन (China) और उसके करीबी पाकिस्तान (Pakistan) पर जमकर निशाना साधा। विदेश मंत्री एस जयशंकर (Minister S Jaishankar) ने किसी का नाम लिए बगैर यूएन (UN) में एक बहस के दौरान कहा कि आतंकियों को बचाने के लिए बहुपक्षीय मंचों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
This is a follow up measure to UNSCR 2589 that India initiated during its Presidency last year.
Peacekeeping is a key tool to ensure international peace and security. It is therefore our solemn duty to ‘Protect the Protectors.’
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— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 15, 2022
आतंकी मुद्दे (terrorist issue) को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है। एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया पाकिस्तान को आतंकवाद का ‘एपिसेंटर’ के तौर पर देखती है। उन्होंने कहा कि दो साल के कोरोना काल के बावजूद वैश्विक समुदाय यह नहीं भूला है कि आतंकवाद की इस बुराई की जड़ कहां है।
इसी बीच एस जयशंकर ने यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में एक पत्रकार द्वारा पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी के बयान से जुड़े सवाल पर ये जवाब दिया। रब्बानी ने हाल ही में आरोप लगाए थे, ”किसी भी देश ने भारत से अच्छा आतंकवाद का इस्तेमाल नहीं किया। इस दौरान एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन का जिक्र किया। एस जयशंकर ने कहा कि मैंने मीडिया रिपोर्ट में हिना रब्बानी का बयान पढ़ा. इस दौरान मुझे करीब एक दशक पुराना समय याद आ गया। जब हिलेरी क्लिंटन ने पाकिस्तान का दौरा किया था। तब हिना रब्बानी खार भी मंत्री थीं. इस दौरान क्लिंटन ने रब्बानी के साथ जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ”आप अपने घर के बैकयार्ड में सिर्फ यह सोचकर सांप नहीं रख सकते कि वे सिर्फ आपके पड़ोसी को काटेंगे।
Co-chaired the launch of the Group of Friends on Accountability for Crimes against UN Peacekeepers.
The Group of Friends launched today will seek to promote accountability through policy approaches and technology usage. pic.twitter.com/5I68UMSOr8
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 15, 2022
उन्होंने कहा, आतंकवाद की चुनौती पर, दुनिया अधिक एकजुट प्रतिक्रिया के साथ एक साथ आ रही है लेकिन साजिशकर्ताओं को उचित ठहराने और बचाने के लिए बहुपक्षीय मंचों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
जयशंकर परोक्ष रूप से चीन का जिक्र कर रहे थे, जिसने पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को सूचीबद्ध करने के लिए कई मौकों पर भारत और अमेरिका के प्रयासों को बाधित किया। मंत्री ने कहा कि जब जलवायु कार्रवाई और जलवायु न्याय की बात आती हैतो स्थिति बेहतर नहीं है।
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