कीव। Russo-Ukraine War-पूर्वी यूक्रेन में रक्षा पंक्ति को ध्वस्त करने के लिए उतारे गए रूसी सैनिकों और भीषण हमलों के बीच राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (President Zelensky) ने कहा है कि वह आत्मसमर्पण किसी भी हाल में नहीं करेंगे। वहीं यूक्रेनी सेना भी सीविरोडोनेस्क से रूसी सैनिकों को खदेड़ने के लिए गली-गली में फैल चुकी है और उनका पुरजोर मुकाबला कर रही है।
अपने एक वीडियो संदेश में राष्ट्रपति जेलेंस्की (President Zelensky) ने कहा कि यूक्रेनी सैनिकों की संख्या बढ़ी है और वे आत्मसमर्पण नहीं करने वाले हैं। इस बीच, रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने लुहांस्क के 97 फीसदी क्षेत्र को ‘मुक्त’ कराने का दावा किया है।
वही, लुहांस्क के गवर्नर शेरी हैदाई ने मंगलवार को बताया कि रूसी सैनिकों ने सीविरोडोनेस्क के तटवर्ती औद्योगिक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। हैदाई ने कहा कि सीविरोडोनेस्क की गलियों में भीषण युद्ध जारी है, जिसने सफलता के मायने बदल दिए हैं। स्थितियां लगातार बदल रही हैं, लेकिन यूक्रेनी सैनिक हमलों का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। हैदिया ने बताया कि रूसी सैनिक स्थानीय बाजार, स्कूल व कॉलेज भवनों पर भी बमबारी कर रहे हैं।
यूक्रेन के कृषि नीति मामलों के प्रथम उपमंत्री तारास वायसोस्की ने कहा कि अगर रूस काला सागर के बंदरगाहों से नाकाबंदी नहीं हटाता है, तो उनका देश हर महीने सिर्फ 20 लाख टन अनाज का निर्यात कर पाएगा। युद्ध की शुरुआत के पूर्व यूक्रेन हर महीने 60 लाख टन अनाज का निर्यात करता था। बंदरगाहों पर रूस के कब्जे के बाद इसमें कमी आई है।
संयुक्त राष्ट्र मिशन में चीन के उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत दाई बिंग ने सोमवार को यूक्रेन को लगातार हथियार उपलब्ध कराने और रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाने को लेकर चेतावनी दी है। यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में यौन हिंसा व मानव तस्करी पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक बैठक में बिंग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को शांति बहाली तथा यूक्रेन व रूस को वार्ता शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। हथियार मुहैया कराने और प्रतिबंध लगाने से समस्या का समाधान नहीं होगा, बल्कि इससे युद्ध और लंबा खिंच सकता है।
खार्कीव में वैगनर समूह का लड़ाका मारा गया
रूस के लिए युद्ध कर रहे वैगनर समूह के लड़ाके व्लादिमीर एंडोनोव को टोही मिशन के दौरान एक स्नाइपर ने पांच जून को खार्कीव के पास मार गिराया। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक एंडोनोव को रूसी अपना हीरो मानते थे, जबकि यूक्रेनी उसे जल्लाद कहते थे। आरोप है कि उसने यूक्रेन पर वर्ष 2014 में हुए रूसी हमले के दौरान युद्ध नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कई नागरिकों की हत्या की थी।
एजेंसी/हिस
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