कीव। यूक्रेन (Ukraine) में लगातार हमले जारी हैं. इस युद्ध में अबतक कई लोगों की जान जा चुकी है. इस बीच 28 फरवरी को यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) बातचीत के लिए टेबल ( first round of talks) पर आए. दोनों देशों के बीच 5 घंटे तक मीटिंग चली और ये फैसला हुआ कि युद्ध विराम (ceasefire) को लेकर बातचीत जारी रहेगी, इसके अलावा कोई दूसरा समझौता नहीं हुआ. लेकिन मिली जानकारी के मुताबिक अभी हालात पटरी पर लौटते नहीं दिख रहे हैं. वार्ता के खत्म होने के तुरंत बाद ही रूस (Russia) ने कीव औऱ खारकीव में हमला(Attack in Kyiv and Kharkiv) तेज कर दिए.
रूसी डेलीगेशन के चीफ व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा बैठक में हमने एजेंडे के हर पहलू पर गौर किया है. कुछ बिंदुओ पर दोनों ने पारस्परिक रुख दिखाया है और सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि हम बातचीत की प्रक्रिया को जारी रखने पर सहमत हुए हैं.
क्रीमिया और डोनबास पर पूर्ण अधिकार
यूक्रेन चाहता है कि बिना शर्त रूसी सैनिक वापस लौट जाएं. उसे क्रीमिया और डोनबास पर पूर्ण अधिकार मिले और नाटो में शामिल होने पर रूस कोई आपत्ति ना जताए. दूसरी तरफ रूस चाहता है कि यूक्रेन नाटो का सदस्य ना बने. वो मिन्स्क समझौते को माने साथ ही डोनबास को पूर्ण स्वायत्तता दे. अगर नाटो का सदस्य बनने पर अमेरिका दबाव बनाता है तो खुद को यूक्रेन गुटनिरपेक्ष देश घोषित कर दे. दोनों देश एक दूसरे की शर्तों को मानने से पहले ही इनकार कर चुके हैं. लेकिन उम्मीद है कि जब पोलैंड-बेलारुस बॉर्डर पर अगले दौर की बातचीत होगी. तो कोई बीच का रास्ता निकल सकता है.
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