कीव । रूस (Russia) की ओर से यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ युद्ध शुरू किए अब 43 दिन हो चुके हैं। इस बीच यूक्रेन में रूसी सेना (Russian Army) की तरफ से जबरदस्त तबाही मचाने का दौर जारी है। एक दिन पहले ही यूक्रेन के क्रैमेतोर्स्क स्थित रेलवे स्टेशन (Kramatorsk Railway Station) पर मिसाइल गिरने (Missile Falling) से कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दर्जनों अन्य घायल हुए थे। मृतकों में ज्यादातर देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहे बच्चे और महिलाएं थीं।
इस बीच सामने आया है कि जिस रॉकेट से यह हमला हुआ, उसके एक साइड पर रूसी में लिखा था- ‘यह बच्चों के लिए है’। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस वक्त यह हमला हुआ उस वक्त स्टेशन और उसके आसपास करीब चार हजार लोग मौजूद थे।
इसे लेकर अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की का बयान आया है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि इस हमले की जवाबदेही तय की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
उधर, ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने रूसी संघर्ष से भाग रहे यूक्रेन के शरणार्थियों के पुनर्वास की धीमी प्रक्रिया पर ‘‘निराशा’’ जाहिर की है। भारतीय मूल की मंत्री ब्रिटेन के गृह विभाग के नवीनतम आंकड़ों के संदर्भ में बोल रही थीं, जो दिखाते हैं कि सरकार ने युद्ध क्षेत्र से भागने वाले यूक्रेनी नागरिकों को 41,000 वीजा दिए हैं, लेकिन उनमें से केवल एक चौथाई 12,500 ही ब्रिटेन पहुंचे हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved