मास्को। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने दावा किया है कि सितंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के इशारे पर ब्रिटेन ने नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन पर हमला कराया था। पेस्कोव ने कहा कि रूसी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों के पास ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस के मोबाइल फोन का डाटा हाथ लगा है।
पेस्कोव के मुताबिक, रूस पहले से ही जर्मनी के पास सितंबर में हुए इस हमले में ब्रिटिश सैन्य विशेषज्ञों का हाथ होने की बात कहता आ रहा है, लेकिन ट्रस के फोन के डाटा से यह साफ हो जाता है कि अमेरिका और ब्रिटेन ने मिलकर इस हमले को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा, हमले के तुरंत बाद ब्रिटेन की तत्कालीन प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने अमेरिका के रक्षा मंत्री एंटनी ब्लिंकन को मैसेज किया, ‘इट्स डन’।
हालांकि, ब्रिटेन और अमेरिका दोनों ने रूस के आरोप को खारिज किया है। ब्रिटिश विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने कहा, रूस हार नहीं पचा पा रहा है। ब्रिटेन अब रूस की इन पैंतरेबाजियों में नहीं फंसने वाला। रूस इस तरह के प्रयास अपने लोगों को भ्रमित करने के लिए करता रहा है, ताकि युद्ध में हो रही हार से ध्यान भटकाया जा सके।
वहीं, एक ब्रिटिश अधिकारी ने ट्रस का फोन हैक होने की बात स्वीकारते हुए कहा कि यह ट्रस के प्रधानमंत्री बनने से पहले का मामला है। उस समय तक ट्रस ब्रिटेन की विदेश मंत्री थीं और नॉर्ड स्ट्रीम पर हमला नहीं हुआ था।
चार रूसी कारोबारियों पर ब्रिटेन में प्रतिबंध
ब्रिटिश सरकार ने बुधवार को रूस के चार स्टील और पेट्रोकैमिकल कारोबारियों पर प्रतिबंध लगाया। प्रतिबंधित कारोबारियों में एलेक्जेंडर अब्रामोव, एलेक्जेंडर फ्रोलोव शामिल हैं, जो पहले से प्रतिबंधित रोमन अब्रामोविक के सहयोगी हैं। जेम्स क्लेवरली ने बताया कि यह प्रतिबंध रूस पर आर्थिक दबाव बनाने के प्रयासों के तहत लगाए गए हैं। प्रतिबंधित कारोबारी अब ब्रिटेन नहीं आ सकेंगे। इसके अलावा ब्रिटेन में मौजूद उनकी सभी तरह की संपत्तियों को फ्रीज कर दिया गया है।
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