कीव। रूस और यूक्रेन की जंग (Russia-Ukraine war) जारी है। यूक्रेन के शहरों पर रूसी रॉकेट और तेज बरस (rocket attack) रहे हैं। इसी बीच रूस के राष्ट्रपति पुतिन (Russian President Putin) ने कहा कि यूक्रेन में अभी युद्ध जारी रहेगा जिससे और संकट गहराता जा रहा है। रूसी बमबारी, मिसाइल और रॉकेट हमलों से यूक्रेन में मानवीय संकट और गहराता जा रहा है। कीव के पास क्वित्नेव कस्बे में फ्रोजन खाद्य पदार्थों के गोदाम पर रॉकेट दागे गए जिसमें गोदाम पूरी तरह जलकर खाक हो गए हैं। यहां तक कि खाद्य सप्लाई का एक महत्वपूर्ण डिपो पूरी तरह जलकर राख हो गया।
बता दें कि रूसी सैनिकों (Russian soldiers) और यू्क्रेनियों के बीच गुरिल्ला युद्ध छिड़ा हुआ है। सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. तमाम इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई हैं। लोग जान बचाने के लिए बंकरों में छिपे हुए हैं। दुनिया भर से अपील की जा रही है कि इस जंग को बंद किया जाए, लेकिन रूसी राष्ट्रपति युद्ध रोकने के मूड में नहीं हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने शनिवार को व्लादीमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ 75 मिनट की बातचीत के बाद बताया कि रूस पर शांति की अपीलों का कोई असर नहीं हो रहा है।
युद्ध क्षेत्र से नागरिकों को निकलने देने के लिए मानव गलियारे बनाने के एलान के बावजूद रूसी फौज की आवासीय इलाकों पर भीषण बमबारी ने हालात और खराब कर दिए हैं। राजधानी कीव और उसके उत्तर पश्चिमी हिस्से के साथ ही मैरियूपोल और सुमी में शनिवार को तय किए गए बचाव गलियारों पर रूसी बमबारी और रॉकेट हमले तेज हो गए।
बिगड़ते हालात के बीच रूस की सेना राजधानी कीव (Kyiv) के करीब पहुंच गई हैं। शनिवार को कीव के आसपास के इलाकों में जमकर गोलाबारी हुई। राजधानी के नजदीक वसिलकीव में एक एयरबेस और हथियारों के एक डिपो पर मिसाइलें आकर गिरीं, जिससे वो तबाह हो गए. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूस की फौजें राजधानी कीव से महज 25 किमी की दूरी पर उत्तर-पूर्व में हैं. रूसी सैनिकों ने खारकीव, चेरनीहीव, सूमी और मारियोपोल की घेराबंदी कर रखी है. यूक्रेनी सैनिक मोर्चे पर डटे हुए हैं, लेकिन यही स्थिति रही तो अगले कुछ ही दिनों में रूसी फौजें कीव तक पहुंच जाएंगी।
यूक्रेन की उपप्रधानमंत्री आईइरिना वेरेसचुक ने कहा, बमबारी के कारण नागरिकों को बचाकर निकलना और मुश्किल होता जा रहा है। आइरिना ने कहा, लोगों की सुरक्षित निकासी के लिए आपसी सहमति से मानव गलियारे खोले गए थे, लेकिन बीते दो दिनों से रूसी हमला तेज हो गया है। हालांकि जेलेंस्की के एक सलाहकार ने बताया कि नागरिकों को लेने के लिए 79 बस और दो ट्रक सुमी रवाना हुए हैं। इसी तरह जैपोरिझिया से मैरियूपोल के लिए भी बसें व ट्रक भेजे गए हैं।
लोगों में जरूरी चीजों के लिए आपस में मारपीट
संयुक्त राष्ट्र संघ ने रूसी घेराबंदी के कारण बुरी स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि मैरियूपोल में गोलाबारी के कारण बाहर निकल पाने में नाकाम लोगों के बीच अब जरूरी चीजों के लिए मारपीट शुरू हो गई है।
यूक्रेन ने खाद निर्यात पर लगाई रोक
दुनिया के बड़े कृषि उत्पादक यूक्रेन ने हमले के चलते खाद के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। यूक्रेन गेहूं, मक्का और सूरजमुखी तेल जैसे प्रमुख उत्पादों का निर्यात पहले ही प्रतिबंधित कर चुका है। देश के कृषि मंत्रालय ने कहा, मिनरल उर्वरकों के निर्यात के लिए कोटा शून्य कर दिया है। यह प्रतिबंध नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाशियम एवं अन्य जटिल उर्वरकों पर लागू होगा।
खाद्य आपूर्ति को लेकर फ्रांस चिंतित
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूरोप व अफ्रीका में खाद्य आपूर्ति को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, युद्ध ने यूरोप को पहले ही अस्थिर कर दिया है। यह 12 से 18 माह में और भी खराब हो सकता है। राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि यदि शरणार्थियों का बोझ बढ़ा तो हालात और भी बदतर हो जाएंगे।
संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन में युद्ध से खाद्य कीमतों में 20 फीसदी वृद्धि की आशंका जताई है। इससे वैश्विक स्तर पर खाद्य और उसकी कीमतों में 8 से 22 फीसदी की वृद्धि हो सकती है।
रूस को तरजीही राष्ट्र का दर्जा खत्म
यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस को आर्थिक व राजनीतिक मोर्चे पर घेरने के लिए पश्चिमी देशों ने प्रतिबंधों की झड़ी लगा दी है। अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने रूस का सर्वाधिक तरजीह वाले राष्ट्र का दर्जा खत्म करने की घोषणा कर दी है।
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