डेस्क: मानव तस्करी के मामले में रूसी पंथ नेता कोंस्टैंटिन रुडनेव को अर्जेंटीना में गिरफ्तार किया गया है. रुडनेव आश्रम शम्बाला धार्मिक समूह के संस्थापक हैं. रुडनेव पर यौन शोषण और मानव तस्करी के आरोप हैं. 28 मार्च को जब अर्जेंटीना पुलिस ने बारिलोचे एयरपोर्ट पर उन्हें गिरफ्तार किया तो रुडनेव ने रेजर ब्लेड से अपना गला काटने की कोशिश की. हालांकि, इसमें वो असफल रहे.
अर्जेंटीना पुलिस ने रुडनेव के साथ-साथ और भी कई लोगों को गिरफ्तार किया है. ये सभी ब्राजील जाने की कोशिश कर रहे थे. जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वे सभी रूसी नागरिक हैं और रुडनेव के धार्मिक समूह का हिस्सा हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, रुडनेव ने रूस से लाई गई 22 वर्षीय महिला की अपने आश्रम शम्बाला धार्मिक समूह में भर्ती की. बाद में वह प्रेगनेंट हो गईं. 21 मार्च को जब वह महिला बच्चे को जन्म देने के लिए बारिलोचे के एक अस्पताल में पहुंची तो उसके साथ दो अन्य महिलाएं भी थीं. गर्भवती महिला घबराई हुई थीं और कुपोषित दिख रही थीं.
अभियोजक की रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी महिला के साथ जो दो महिलाएं थीं, वो उसे ज्यादा बात करने की अनुमति नहीं दी थी. महिला की स्थिति और उसके साथियों के व्यवहार को देखकर डॉक्टर चिंतित हो गए. बच्चे के जन्म के बाद दोनों महिलाओं ने अस्पताल के अधिकारियों से नवजात बच्चे का अंतिम नाम ‘रुडनेव’ दर्ज करने के लिए कहा. इसके बाद चीजें पता चलीं.
गर्भवती महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया. दरअसल, रुडनेव उसे अर्जेंटीना की नागरिकता दिलाना चाहते थे. अर्जेंटीना के अभियोक्ता फर्नांडो एरिगो का मानना है कि महिला आश्रम शम्बाला की शिकार हो सकती हैं. हालांकि, उनमें से किसी पर भी अभी तक कोई अपराध का आरोप नहीं लगाया गया है, क्योंकि आपराधिक जांच गिरफ्तारी के बाद शुरू होती है.
अर्जेंटीना पुलिस कुल 21 रूसी नागरिकों की जांच कर रहा है. उन पर एक आपराधिक संगठन (आश्रम शम्बाला) का हिस्सा होने का आरोप लगाया गया है, जिसने यौन तस्करी और गुलामी के उद्देश्य से रूस से लाई गई 22 वर्षीय महिला की भर्ती की.
घटना के एक सप्ताह बाद अर्जेंटीना पुलिस कोन्स्टेंटिन रुडनेव का पता लगाने में सफल रही और 28 मार्च को उसे गिरफ्तार कर लिया. मैकेनिकल इंजीनियर से धार्मिक नेता बने रुडनेव ने 1989 में धार्मिक समूह की स्थापना की थी. वह अपने अनुयायियों को मसीहा बताते थे. आश्रम शम्बाला की पहले रूस के 18 क्षेत्रों में पहुंच थी और इसके लगभग 30,000 सदस्य थे, जिनमें से कई परिवार से संबंध तोड़ने के बाद रुडनेव की पूजा करते थे. रुडनेव को बलात्कार, हिंसक यौन कृत्यों और मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में 2013 में साइबेरिया की एक जिला अदालत ने 11 साल की जेल की सजा सुनाई थी.
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