वॉशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित घर मार-ए-लागो (Mar-a-Lago residence) में रूसी, ईरानी और चीनी जासूसों ने सेंध मारी का प्रयास किया। हाल ही में एक यूक्रेन मूल की रूसी महिला एजेंट अमेरिका जांच एजेंसी (FBI) के निशाने पर आई है। उसकी तेजी से तलाश की जा रही है। वह ट्रंप को झांसा देकर उनके बेहद करीब पहुंच गई थी।
यह पूरा मामला हाल ही में ट्रंप के निवास से गोपनीय दस्तावेज बरामद होने के बाद सामने आया है। आरोप है कि ट्रंप ने राष्ट्रपति पद से विदाई के बाद कई अहम गुप्त दस्तावेज अपने इस बंगले में छिपाकर रख लिए थे। एफबीआई ने हाल ही में छापा मारकर इन्हें बरामद किया था। जांच में पता चला है कि ट्रंप का यह घर जासूसी के निशाने पर था। उन्होंने अमेरिकी सरकार के गुप्त दस्तावेज हासिल किए हैं या नहीं, यह अभी पता नहीं चला है।
रूसी महिला जासूस ने खुद को बताया था रईस की बेटी
एफबीआई के निशाने पर आई रूसी महिला जासूस की पहचान 33 साल की यूक्रेन की महिला इना याचिशिन के तौर पर हुई है। उसने अमेरिका के गुप्त दस्तावेज हासिल करने के लिए ट्रंप से नजदीकी बनाकर उनके बंगले तक घुसपैठ कर ली थी। ट्रंप से रिश्ते गांठने के लिए उसने खुद को यूरोप के एक रईस व्यक्ति की बेटी बताया था। उसने खुद को यूरोप के रईस राथ्सचाइल्ड की बेटी एना डे राथ्सचाइल्ड बताया था।
फर्जी लाइसेंस व पहचान पत्र से बंगले तक पहुंची
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि इना पहली बार पिछले साल 2021 में पहली बार फर्जी लाइसेंस, फर्जी पहचान पत्र और पासपोर्ट के माध्यम से ट्रंप के बंगले तक पहुंची थी। वह खुद को रईस और रईस की बेटी बताने के लिए झूठी शानो शौकत का प्रदर्शन करती थी। वह मर्सिडीज कार में घूमती और महंगी घड़ी व कपड़े पहनती थी।
ट्रक ड्राइवर की बेटी है इना, रूसी अपराधियों से जुड़े तार
कथित रूसी जासूस इना के तार कई अपराधियों से जुड़े पाए गए हैं। अमेरिकी जांच एजेंसी को जांच में पता चला है कि इना असल में एक ट्रक ड्राइवर की बेटी है। वह स्वैच्छिक संगठन ‘यूनाइटेड हार्ट्स ऑफ मर्सी’ की अध्यक्ष रही थी। यह संगठन रूस के बड़े व्यवसायी ने किया था। इसके माध्यम से रूसी अपराधी गिरोहों को पैसा पहुंचाया जाता था। इना ने चालाकी दिखाते हुए ट्रंप से न केवल नजदीकी बनाई, बल्कि उनके साथ उनके बंगले के गोल्फ कोर्स पर तस्वीरें भी ली थीं। इना ने पिछले एक साल में कई बार ट्रंप बंगले में आयोजित पार्टियों में शिरकत की।
कई देशों के एजेंटों ने लगाई सेंध
एफबीआई के पूर्व उप निदेशक पीटर स्ट्रोजोक के अनुसार रूस, चीन व ईरान जैसे देशों के कई एजेंटों ने ट्रंप के इस बंगले में सेंधमारी की कोशिश की। वे वहां रखे खुफिया व गोपनीय दस्तावेज हासिल करना चाहते थे। ये जासूस कितने कामयाब हुए, इसे लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता। स्ट्रोजोक को अपने फोन से ट्रंप विरोधी संदेश भेजने के आरोप में नौकरी से निकाल दिया गया था। उन्होंने कहा कि रूस ही नहीं चीन, ईरान व क्यूबा जैसे देश भी अमेरिका की जासूसी में रुचि रखते हैं और उनके एजेंट इसके प्रयास करते रहते हैं।
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