नई दिल्ली। यूक्रेन संकट के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव इसी हफ्ते भारत यात्रा करेंगे। इससे पहले वे चीन के नेताओं से मुलाकात व बैठक करेंगे। लावरोव के एक अप्रैल को दिल्ली दौरे की उम्मीद है। इसी दौरान ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस भी भारत आएंगी। लावरोव दिल्ली में विदेश मंत्री जयशंकर के साथ बातचीत करेंगे।
हालांकि रूसी विदेश मंत्री की यात्रा और अन्य बैठकों का एजेंडा अभी तय किया जा रहा है। रूस के विदेश मंत्री लावरोव भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने से पहले चीन में अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे। बीजिंग द्वारा आयोजित यह तीसरी ऐसी बैठक है। इसमें पाकिस्तान, ईरान, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान के दूत शामिल होंगे।
भारत ने नहीं की रूस या पुतिन की खुली आलोचना
यूक्रेन संकट के बीच रूसी विदेश मंत्री लावरोव की भारत यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। भारत उन देशों में शुमार है, जिन्होंने यूक्रेन के खिलाफ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सैन्य कार्रवाई का खुलेआम विरोध या आलोचना नहीं की है। संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर भारतीय पक्ष द्वारा अपनाए गए रुख की रूस ने सराहना की है। उम्मीद है कि दोनों देश रक्षा और अन्य सौदों के लिए वैकल्पिक भुगतान तंत्र पर चर्चा करेंगे ताकि अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा रूसी बैंकों और संस्थाओं पर लगाए गई पाबंदियों को बेअसर किया जा सके।
एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम जैसी रक्षा प्रणालियों के लिए 5.4 अरब डॉलर के सौदे जैसे बड़े रक्षा सौदों के अलावा भारत रूस से रियायती दरों पर तेल और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति के प्रस्ताव पर भी विचार कर रहा है। वित्त मंत्री की अध्यक्षता में विभिन्न मंत्रालयों के प्रतिनिधियों का एक समूह भारत पर पश्चिमी प्रतिबंधों के संभावित प्रभाव का आकलन कर रहा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved