वॉशिंगटन (washington)। नासा (NASA) का एक अंतरिक्ष यान पृथ्वी की निचली कक्षा में एक रूसी सैटेलाइट से टकराने से बच गया। इस घटना ने दिखा दिया है कि अंतरिक्ष में मौजूद कचरा कितना ज्यादा खतरनाक हो सकता है। नासा के थर्मोस्फीयर आयनोस्फीयर एनर्जेटिक्स एंड डायनेमिक्स (TIMED) मिशन अंतरिक्ष यान और रूस का कॉसमॉस 2221 सैटेलाइट 28 फरवरी को अमेरिकी समय के मुताबिक सुबह डेढ़ बजे एक दूसरे के करीब से गुजरे थे। तब यह दोनों अंतरिक्ष यान धरती से 600 किमी की ऊंचाई पर थे। दोनों इस दौरान टकराने से बच गए।
मलबे को ट्रैक करता है नासा
हालांकि इस तरह का कोई भी हादसा अभी तक नहीं हुआ है। वैज्ञानिक इस बात से चिंतित हैं कि उपग्रहों और अंतरिक्ष कबाड़ की बढ़ती संख्या इसकी संभावना और भी बढ़ा रही है। नासा के मुताबिक वर्तमान में रक्षा विभाग 30,000 सबसे बड़े मलबे के टुकड़ों को ट्रैक करता है, लेकिन कई ऐसे भी हैं जो बेहद छोटे हैं। यह टुकड़े सैटेलाइटों और इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन दोनों के लिए खतरा है। 2022 में रूस के एंटी सैटेलाइट टेस्ट के कारण कबाड़ देखा गया था। तब काफी मशक्कत के बाद नासा ने ISS को मलबे से बचाया था।
मलबे को खत्म करने की यै है प्लानिंग
वर्तमान में वैज्ञानिक पृथ्वी के अंतरिक्ष कबाड़ की समस्या से निपटने के तरीकों पर काम कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों की एक टीम ने लेजर से विस्फोट करके अंतरिक्ष से छोटे कबाड़ को हटाने के प्रस्ताव रखा। जबकि यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) ने अंतरिक्ष कबाड़ को पकड़ने के लिएचार रोबोट लॉन्च की योजना बनाई है। ESA 2025 में इस मिशन को लॉन्च करने को लेकर काम कर रहा है। ESA के महानिदेशक जान वॉर्नर ने सैटेलाइट लॉन्च करने वाली कंपनियों और एजेंसियों को कूड़ा साफ करने के लिए जिम्मेदार बनाने वाले नियमों का आह्वान किया है।
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