नई दिल्ली: रूस की मौजूदा स्थिति पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं. इसी बीच अब खबर है कि पुतिन के खिलाफ विद्रोह करने वाले वैगनर ग्रुप के मुखिया येवेनी प्रीगोझिन और सशस्त्र विद्रोह में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ आरोप हटा दिए हैं. न्यूज एजेंसी एएफपी ने रूसी एजेंसियों के हवाले से ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की है.
रिपोर्ट के मुताबिक, रूस की एफएसबी सुरक्षा सेवा ने बीते हफ्ते विद्रोह करने वाली वैनगर समूह के लड़ाकों के खिलाफ लगाए गए आपराधिक मामला हटा लिया है. गौरतलब है कि शनिवार देर रात संकट को शांत करने वाले समझौते के तहत क्रेमलिन ने कहा कि विद्रोह में भाग लेने वाले लड़ाकों पर मुकदमा नहीं चलाया जाएगा और उन्हें बेस पर लौटने की अनुमति दी जाएगी.
पुतिन ने दे दी माफ़ी
विद्रोहियों के पीछे हटने के बाद राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में, पुतिन ने कहा कि उन्होंने रक्तपात से बचने के लिए आदेश जारी किए हैं. पुतिन ने कहा है कि उन्होंने वैगनर सैनिकों को माफी दे दी है, जिनके विद्रोह ने उनके दो दशक के शासन के दौरान अब तक की सबसे बड़ी चुनौती पेश की है.
पुतिन ने विश्वासघात करार दिया
बताते चलें कि पुतिन ने प्रिगोजिन के इस कदम को ‘गद्दारी’ और ‘पीठ में छुरा घोंपने’ वाला बताया. हालांकि, प्रिगोजिन ने दावा किया कि वो यूक्रेन में युद्ध की कमान संभाल रहे कमांडरों का विरोध कर रहे हैं. ऐसा करके प्रिगोजिन ने खुद को ‘देशभक्त’ के तौर पर पेश करने की कोशिश की.
बता दें कि येवगेनी प्रिगोझिन रूस की तरफ से यूक्रेन के खिलाफ लड़ रही निजी सेना वैगनर के चीफ हैं. वैगनर कभी रूसी राष्ट्रपति का सबसे भरोसेमंद आदमी था. मॉस्को में वैगनर के साथ नेतृत्व का उसका इतिहास दशकों पुराना है. हालांकि अभी इस समूह ने पुतिन के खिलाफ बगावत कर दी थी, जिसे जैसे तैसे शांत कराया गया.
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