नई दिल्ली। रूस के हमलों (Russia’s attacks) के बीच यूक्रेन में तबाही (devastation in ukraine) मची हुई है. रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव तक पहुंच गई है. तो इसी बीच चीन ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) से फोन पर बातचीत की. जिसके बाद पुतिन, यूक्रेन से बातचीत करने के लिए राजी हो गए हैं और जिसके बाद पुतिन की ओर से बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजने को बात सामने आई. लेकिन इस दौरान रूसी सेना की तरफ से विराम लेने जैसे बात सामने नहीं आई. रूसी सेना की यूक्रेन पर कार्रवाई जारी है।
इसी बीच रूस ने देश में सोशल मीडिया पर पाबंदी लगा दी है. बताया जा रहा है कि रूस में ही रूस का विरोध देखने को मिल रहा है. ऐसे में फेसबुक पर रूस विरोधी कंटेंट के चलते यहां आंशिक पाबंदी लगा दी गई है. इसके साथ ही यह भी जानकारी आ रही है कि 48 घंटे में तकरीबन 50 हजार यूक्रेनवासियों ने देश छोड़ दिया है.
बता दें कि यूक्रेन पर हमले के पुतिन के फैसले का रूस में विरोध शुरू हो गया है. रूस की राजधानी मॉस्को सहित 53 शहरों में युद्ध के खिलाफ बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो रहे हैं. रूस की पुलिस अब तक 1700 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन इसके बाद भी विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदर्शन कर रहे लोगों में कई ऐसे भी हैं, जिनका परिवार या रिश्तेदार यूक्रेन में फंसे हुए हैं. ये लोग युद्ध का विरोध करते हुए बातचीत के जरिए मसला सुलझाने की मांग कर रहे हैं।
दूसरी तरफ रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर हमले को लेकर शुक्रवार को बात की है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन नाजी आतंकियों जैसा बर्ताव कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हम यूक्रेन पर कब्जा नहीं करना चाहते हैं लेकिन उसे परमाणु हथियार भी बनाने नहीं देंगे. पुतिन ने सुरक्षा परिषद के साथ बैठक में कहा कि नाटो ने लाल रेखा पार कर ली है. तो वहीं यूक्रेन नागरिकों को ढाल बना रहा है।
47 देशों की संस्था ने रूस को अलग किया
यूक्रेन पर हमले की कार्रवाई के बाद रूस को अलग-थलग करने की कोशिश तेज हो गई है. यूरोपियन ह्यूमन राइट्स आर्गेनाईजेशन से रूस को सस्पेंड कर दिया गया है. 47 देशों की संस्था ने रूस को अलग कर दिया है. यूक्रेन में रूस की कार्रवाई के विरोध में EU ने भी बड़ा फैसला लिया है. जानकारी के मुताबिक यूरोप में मौजूद रूसी राष्ट्रपति पुतिन की संपत्ति को जब्त किया जाएगा तो वहीं रूस के विदेश मंत्री की संपत्ति को जब्त करने की बात कही है।
यूके में रूस को एयरस्पेस देने से मना
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को ब्रिटिश एयरलाइंस के रूस में उतरने या उसके हवाई क्षेत्र का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया. यह कदम ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की उस कार्रवाई के जवाब में उठाया गया जिसमें उन्होंने रूसी एयरलाइंस एअरोफ़्लोत को यूके में एयरस्पेस देने से मना कर दिया था।
रूस-यूक्रेन की वर्तमान स्थिति की बात करें तो तनाव चरम पर चल रहा है. रूसी सेना अब यूक्रेन की राजधानी कीव के बेहद करीब आ गई है. इस बढ़ते खतरे को देखते हुए दोनों ही देशों ने अब बातचीत की टेबल पर आने की बात कही है. बताया गया है कि रूस की तरफ से बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजा जाएगा. ऐसे में युद्ध समाप्त को लेकर आने वाले दिनों में महत्वपूर्ण पहल की जा सकती है।
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