कीव । लंबे समय से चल रही खींच तान के बीच आखिरकार गुरूवार को राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (President Vladimir Putin) के आदेश पर रूसी सेनाओं ने यूक्रेन पर हवाई हमला बोल (air strike speak) दिया है। दूसरी तरफ रूस के हमले को वैश्विक समुदाय (global community) ने कड़ी आलोचना भी की है कि रूस अपनी ताकत दिखा रहा है, लेकिन रूस को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे, हालांकि ये तो पहले से ही साफ था कि जंग छिड़ने पर यूक्रेन के साथ अमेरिका और बाकी नाटो देश होंगे, तो रूस के साथ चीन खड़ा होगा, अभी तक चीन ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
बता दें कि रूस के हमले में यूक्रेन की भारी तवाही हुई है। कई सेन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिया तो वहीं कई सैनिकों को मौत होने के समाचार मिल रहे हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। यूक्रेन ने सेना भर्ती खोलकर यूक्रेनी युवाओं से सेना में शामिल होने का आह्वान किया है। इस बीच यूक्रेन ने रूस के 50 सैनिकों को मार गिराने और यूक्रेन के 40 सैनिक मारे जाने का दावा भी किया है।
बता दें कि रूस के हमले के बाद यूक्रेन में हाहाकार मचा है। राजधानी कीव की सड़कों पर जाम लगा है। पहले ही मार्शल लॉ लगा चुके यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अधिकारियों के साथ बैठक कर कहा कि यूक्रेन किसी भी हाल में रूस के आगे समर्पण नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि हम झुकेंगे नहीं, हमारी सेना रूस को माकूल जवाब दे रही है।
इस अहम बैठक के बाद यूक्रेन ने देश के युवाओं के लिए सेना भर्ती खोलने का एलान किया है। यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने कहा कि देश में जो भी हथियार पकड़ने के लिए तैयार और सक्षम है, वह टेरिटोरियल डिफेंस फोर्स के रैंक में शामिल हो सकता है।
खबरों के अनुसार यूक्रेन ने रूस के हमले में 40 यूक्रेनी सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। साथ ही दावा किया है कि जवाबी हमले में रूस के 50 सैनिक मार डाले हैं।
उधर रूस लगातार आक्रामक हो रहा है। रूस की सेना ने यूक्रेन के दो गांवों पर कब्जे का एलान भी किया है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और सेना प्रमुख के साथ आपात बैठक की है। इस बैठक में एक बार फिर रूस पर कठोर पाबंदी लगाए जाने की बात कही गयी। एजेंसी