बीजिंग। आठ दिनों से जारी रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) जंग को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। रूस यूक्रेन पर काफी पहले हमला करने वाला था, लेकिन चीन ने उससे बीजिंग में आयोजित विंटर ओलंपिक (Winter Olympics held in Beijing) के बाद आक्रमण के लिए राजी कर लिया था। रूस ने अपने करीबी मित्र चीन की सलाह मानी और गत गुरुवार को यूक्रेन पर धावा बोला। जंग में अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है।
चीन के वरिष्ठ अधिकारियों (senior officers) ने फरवरी के आरंभ में रूस के नेताओं से कहा था कि वे विंटर ओलंपिक के समाप्त होने से पूर्व हमला न करें। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है। रिपोर्ट में बाइडन प्रशासन (Biden Administration) के अधिकारियों व एक पश्चिमी खुफिया रिपोर्ट के हवाले से यह बात कही गई है।
रिपोर्ट के अनुसार चीन के शीर्ष अधिकारियों को यूक्रेन पर हमले की रूस की योजना की भनक थी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा गत गुरुवार को एलान-ए-जंग के काफी पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को भी मित्र देश की इस योजना की सूचना दे दी गई थी।
उधर वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने इस रिपोर्ट का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि यह बिना किसी आधार की अटकलबाजी है। जबकि अमेरिकी विदेश विभाग व खुफिया एजेंसी सीआईए ने इस रिपोर्ट पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है।
पश्चिमी नेताओं द्वारा रूस को बार-बार चेतावनी देने के बावजूद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर चढ़ाई कर दी। विंटर ओलंपिक 2022 खत्म होने के कुछ ही दिन बाद पुतिन यूक्रेन पर तीन दिशाओं उत्तर, पूर्व व दक्षिण से धावा बोला।
4 फरवरी को पुतिन व जिनपिंग की विंटर ओलंपिक के शुभारंभ के मौके पर मुलाकात हुई थी। इसमें दोनों नेताओं ने पश्चिमी देशों के खिलाफ और सहयोग बढ़ाने पर सहमति दी थी। अमेरिका समेत कई देशों ने विंटर ओलंपिक का राजनयिक बहिष्कार किया था। चीन की राजधानी बीजिंग में विंटर ओलंपिक 4 से 20 फरवरी 2022 तक आयोजित किए गए थे।
अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि वॉशिंगटन ने यूक्रेन के आसपास रूसी सेना की तैनाती की वरिष्ठ चीनी अधिकारियों को खुफिया जानकारी दी थी। उन्हें उम्मीद थी कि चीन रूस को सेना का जमावड़ा नहीं करने व जंग से रोकने के लिए राजी करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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