नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) के बीच में पिछले कई महीनों से विस्फोटक युद्ध जारी है. जिस युद्ध को लेकर पिछले कुछ दिनों से कहा जा रहा था कि अब ये अपनी समाप्ति की ओर है, उन अटकलों के बीच रूस की तरफ से यूक्रेन के ओडेसा क्षेत्र (Odessa region of Ukraine) में ताबड़तोड़ मिसाइलें दागी गई हैं. यूक्रेन के दूसरे कई शहरों में भी हमले हुए हैं. रूस का ये आक्रमक रुख उस समय देखने को मिल रहा है जब खेरसॉन क्षेत्र में उसे बड़ा झटका लगा है और उसकी सेना को वापस लौटना पड़ा है.
ओडेसा के गवर्नर मैक्सिम मार्शेन्को (Odessa Governor Maxim Marchenko) के मुताबिक रूस द्वारा लगातार मिसाइल से हमला किया जा रहा है. इस बात की भी आशंका जाहिर की गई है कि रूस आने वाले दिनों में बड़े पैमाने पर ये मिसाइल हमला करने वाला है. ऐसे में यूक्रेन के जिन इलाकों में पिछले कुछ दिनों से शांति देखने को मिल रही थी, वहां पर फिर हालात बिगड़ सकते हैं. बड़ी बात ये है कि ओडेसा में भी कुछ महीनों से शांति की स्थिति बनी हुई थी, वहां पर रूसी हमलों की कोई खबर नहीं आ रही थी. लेकिन अब अचानक से रूस ने फिर यूक्रेन के इस इलाके को निशाना बनाया है. किस रणनीति के तहत ये किया गया है, अभी स्पष्ट नही.
वैसे इस समय रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुश्किलें कम होने के बजाय बढ़ती जा रही हैं. हाल ही में संपन्न हुए जी-20 समिट में भी रूस को कई देशों ने घेरने का काम किया. भारत ने जरूर न्यूट्रल स्टैंड कायम रखा, लेकिन अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक, इन सभी देशों ने आर्थिक सुस्ती, मंहगाई जैसे मुद्दों के लिए पुतिन को जिम्मेदार ठहराया. इस बात पर भी जोर दिया गया कि रूस को तुरंत ही यूक्रेन में जारी युद्ध को खत्म करना होगा. लेकिन उन चेतावनियों का जमीन पर ज्यादा असर होता नहीं दिख रहा है. इसका उलट रूस और ज्यादा आक्रमक होकर यूक्रेन के उन इलाकों में भी हमले कर रहा है, जहां पर कई दिनों से शांति देखने को मिल रही थी.
इस समय पोलैंड में गिरी एक संदिग्ध मिसाइल को लेकर भी रूस से सवाल-जवाब हो रहे हैं. यूक्रेन आरोप लगा रहा है कि रूस ने जानबूझर वो हमला किया है तो वहीं दूसरी तरफ रूस उन दावों को गलत बता रहा है. अमेरिका का कहना है कि हो सकता है कि यूक्रेनी एयर डिफेंस सिस्टम ने रूसी मिसाइल को निशाना बनाया हो और वो पोलैंड में जा गिरी हो. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी यही कहा कि ये संभव है कि मिसाइल रूस से न आई हो. हालांकि, उन्होंने पोलैंड की जांच का समर्थन करने का वादा किया.
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