मॉस्को । रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच जंग को 48 दिन बीत चुके हैं। इस दौरान अमेरिका (US) समेत कई पश्चिमी देशों ने रूस (Russia) की आर्थिक व्यवस्था को कमजोर करने के लिए उसपर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। इसका जवाब देते हुए रूस ने अमेरिकी कांग्रेस (US Congress) के 398 सदस्यों को अपनी यात्रा प्रतिबंध की सूची में डाल दिया है। रूसी विदेश मंत्रालय (Russian Foreign Ministry) ने यह जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि इस साल 24 मार्च को रूस के 328 सांसदों के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने यात्रा प्रतिबंध लगाया था उसी के जवाब में रूस ने यह कदम उठाया है। रूसी मीडिया के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधि सभा के 398 सदस्यों के खिलाफ जवाबी प्रतिबंध लगाए गए हैं।
मंत्रालय ने कहा कि रूस निकट भविष्य में अपनी यात्रा प्रतिबंध सूची को और विस्तार करने की योजना बना रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन को नई सैन्य सहायता के रूप में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन द्वारा तोपें और हेलीकॉप्टर सहित 80 करोड़ डॉलर की मंजूरी देने के बाद रूस द्वारा यह कदम उठाया गया है। इसके अलावा रूस ने कनाडा की सीनेट के 87 सदस्यों पर भी प्रतिबंध लगाए हैं।
वहीं, यूक्रेन जंग के 49वें दिन रूस ने कीव में दो हथियार डिपो को तबाह कर दिया है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस के आक्रमण को ‘नरसंहार’ करार दिया। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस पर फास्फोरस बमों के इस्तेमाल का आरोप लगाया है।
मैरियूपोल में घेरे गए बंदरगाह में यूक्रेन की 36 मैरीन ब्रिगेड के 1026 सैनिकों ने हथियार डालकर आत्मसमर्पण कर दिया। इसमें 162 अधिकारी हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि महत्वपूर्ण पूर्वी डोनबास क्षेत्र अभी कब्जे में नहीं आया है। अजोवस्तल औद्योगिक जिले पर कब्जे के बाद रूस का मरियूपोल पर पूरा नियंत्रण हो जाएगा। अजोव पोर्ट पर कब्जे के बाद रूसी सेना अलगाववादियों के नियंत्रण वाले पूर्वी क्षेत्र और क्रीमिया के बीच जमीनी संपर्क स्थापित कर सकेगी। इसे उसने 2014 में कब्जा करने के बाद जोड़ा था। आक्रमण के बाद मरियूपोल रूसी आधिपत्य वाला पहला बड़ा शहर होगा। औद्योगिक क्षेत्र डोनबास पर कब्जे से इस युद्ध का भविष्य तय होगा।
यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के करीबी नेता विक्टर मेदवेदचुक को गिरफ्तार कर लिया है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने विक्टर की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेलेंस्की ने रूस के सामने एक प्रस्ताव रखा है। उन्होंने पुतिन से कहा, आप मेदवेदचुक को सुरक्षित चाहते हैं तो बंधक बनाए गए यूक्रेन के नागरिकों को आजाद कर दें। विक्टर रूस में विपक्षी मंच लाइफ पार्टी के नेता हैं और फरवरी में वह घरेलू नजरबंदी से भाग निकले थे। उन पर राजद्रोह का मुकदमा चलाया गया था।
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