कीव । रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) ने सुरक्षा संबंधित चिंताओं को दूर करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) की बैठक से पहले गुरुवार को जेपोरिझझिया न्यूक्लियर पावर प्लांट (zaporizhzhia Nuclear Power Plant) के पास हमले को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगाया है. प्लांट के पास जबरदस्त हमले हुए हैं. इससे प्लांट का एक हिस्सा तबाह हो गया है. दोनों ने एक-दूसरे पर इन हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया है. दोनों ने कहा कि प्लांट में एक रेडियोएक्टिव मैटेरियल स्टोरेज एरिया के पास पांच रॉकेट हमले हुए. जैपीरिझ्झिया यूरोप की सबसे बड़ी परमाणु प्लांट है, जो हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच नए सिरे से लड़ाई का केंद्र रहा है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन की परमाणु एजेंसी एनर्गोआटोम ने कहा कि रूस की तरफ से हाल ही में प्लांट के 6 रिएक्टरों के करीब गोलीबारी हुई. इससे पूरे प्लांट में जबरदस्त धुआं छा गया और कुछ रेडिएशन सेंसर्स को भी नुकसान हुआ है. फिलहाल यूक्रेनी प्लांट रूसी सैनिकों के नियंत्रण में है और यूक्रेन इसे वापस पाने के लिए जबरदस्त कोशिश कर रहा है. यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि मॉस्को इस प्लांट में अपने सैकड़ों सैनिकों और हथियारों को स्टोर करने का काम कर रहा है.
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने चेतावनी दी है कि रूस द्वारा अगर इस प्लांट पर हमले जारी रहते हैं तो यह शेर्नोबिल से बड़ी परमाणु आपदा में तब्दील हो सकता है. वहीं संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने बयान जारी कर कहा कि जैपोरिझ्झिया प्लांट पर जारी हमलों से आपदा आ सकती हैं. उन्होंने दोनों पक्षों से पावर प्लांट के करीब तुरंत सैन्य गतिविधियों को रोकने की मांग की.
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