सुमी । यूक्रेन (Ukraine) के आरोप के मुताबिक सुमी (Sumi) शहर पर रूस (Russia) ने 500 किलो के बम (500kg Bomb) से हमला किया (Attacked) । इस हमले में 18 नागरिकों (18 Civilians) की मौत हो गई (Killed) । बता दें कि इसी शहर में 600 भारतीय छात्र (600 Indian Students) फंसे है (Are Trapped) ।
बता दें कि रूस में चल रहे युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि मैं कहीं गया नहीं हूं कीव में ही हूं। उन्होंने वीडियो संदेश में कहा है कि हम युद्ध जीतने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। दरअसल रूसी मीडिया की तरफ से दावा किया जा रहा था कि जेलेंस्की यूक्रेन छोड़कर भाग गये हैं। ऐसे में अब उन्होंने अपना एक वीडियो जारी कर कहा कि मैं कहीं छुपा नहीं हूं और कीव के बोनकोवा में हूं, वहीं रूसी हमले में यूक्रेन में दूसरा परमाणु संयत्र को नुकसान पहुंचने की खबर सामने आई है। फिलहाल अभी रेडियेशन लीक होने खबर नहीं है। हालांकि खतरा बना हुआ है।
बता दें कि एक तरफ रूस यूक्रेन पर हमले तेज करता जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ उसे कई देशों की तरफ से प्रतिबंधों को झेलना पड़ रहा है। बता दें कि अब जापान ने रूस को तेल रिफाइनिंग उपकरण के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है, वहीं बीती रात यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र रोमानिया से स्पेशल फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे हैं। यूक्रेन से आने वाली एक छात्रा ने बताया, “दूतावास की एडवाइजरी आने के बाद हम खारकीव से निकले और पिसोचिन तक 25 किलोमीटर का सफर पैदल तय किया।”
बता दें कि उत्तर पूर्वी यूक्रेन में सोमवार को सूमी स्टेट यूनिवर्सिटी में लगभग 600 भारतीय छात्रों को निकालने पर अंतिम समय पर रोक लगा दी गई थी। इसको लेकर भारतीय दूतावास ने कथित तौर पर कॉलेज को जानकारी दी थी कि रोमानिया सीमा पर सुरक्षा कारणों से यात्रा शुरू करना सुरक्षित नहीं होगा।
बता दें कि बेलारूस में रूस और यूक्रेन के बीच हुई तीसरे दौर की वार्ता में कोई अहम परिणाम नहीं निकल सका। यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य मायखाइलो पोडोलीक ने कहा कि इस बातचीत में यूक्रेन में मानवीय गलियारों के लॉजिस्टिक्स में सुधार को लेकर थोड़ी बहुत प्रगति हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के कार्यालय प्रमुख के सलाहकार पोडोलीक ने कहा कि युद्धविराम और सुरक्षा गारंटी के साथ समझौते के मुख्य राजनीतिक ब्लॉक पर गहन परामर्श जारी है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने यूएनएससी बैठक में कहा, “भारतीयों के लिए निकासी अभियान में स्वदेश लाने के लिए 80 से अधिक निकासी उड़ानें भरी जा चुकी हैं। इस दौरान भारतीयों की सुविधा में यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई सहायता की हम प्रशंसा करते हैं।” इसके अलावा भारत की तरफ से भी यूक्रेन को मानवीय सहायता भेजी जा ही है। सोमवार को यूएनएससी की बैठक में भारत के प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने बताया कि भारत पहले ही यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों को मानवीय सहायता भेज चुका है। इनमें दवाएं, टेंट, पानी के भंडारण टैंक, अन्य राहत सामग्री शामिल हैं। हम अन्य आवश्यकताओं की पहचान करने और उन्हें भेजने की प्रक्रिया में हैं।
तिरुमूर्ति ने कहा कि हमने भारतीयों सहित सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की अपनी अति-आवश्यक मांग को दोहराया है। हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि दोनों पक्षों से बार-बार आग्रह करने के बावजूद सुमी में हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित मार्ग नहीं बन पाया।
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