कीव। रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग का आज चौथा दिन है। कीव पर कब्जे के लिए रूस ने हमले और भी ज्यादा तेज कर दिए हैं। रूसी हमलों में अब तक सैकड़ों नागरिकों के मारे जाने की खबर है। ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय (presidential office) ने पुष्टि की है कि एक प्रतिनिधिमंडल रूसी अधिकारियों (delegation russian officials) से मुलाकात करेगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (President Volodymyr Zelensky) के कार्यालय ने टेलीग्राम ऐप पर कहा कि दोनों पक्ष बेलारूस की सीमा पर एक अनिर्दिष्ट स्थान पर मुलाकात करेंगे। राष्ट्रपति कार्यालय ने बैठक का कोई निर्धारित समय नहीं बताया।
रूस ने रविवार को घोषणा की कि उसका एक प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए बेलारूस रवाना (leave for Belarus) हो गया है, जिसके कुछ घंटे बाद यूक्रेन की ओर से यह प्रतिक्रिया आई है। यूक्रेन के अधिकारियों ने पहले इस प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि वार्ता बेलारूस के बजाय कहीं और होनी चाहिए क्योंकि रूस ने बेलारूस में भारी संख्या में सैनिकों को तैनात कर रखा है। इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी परमाणु प्रतिरोधी बलों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया। उन्होंने नाटो में शामिल देशों के ‘आक्रामक बयानों’ के जवाब में यह आदेश दिया है।
रूसी राष्ट्रपति ने शनिवार को एक ऐसी शर्त रख दी थी जिससे पूरी दुनिया में हलच मच गई थी। पुतिन ने कहा था कि अगर जंग रोकनी है और बातचीत की टेबल पर आना है तो यूक्रेन की मौजूदा सरकार (current government) को हटाया जाए और सेना को अपने हाथ में कमान लेनी होगी। पुतिन ने कहा था कि हम यूक्रेन में आतंकियों (terrorists in ukraine) से लड़ रहे हैं। उन्होंने यूक्रेन की सरकार को ड्रग्स के आदी और नाजी समर्थक करार दिया था। उन्होंने सेना से अपील करते हुए कहा था कि मौजूदा सरकार को हटाकर आर्मी को देश की कमान संभालनी चाहिए। राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ यरोपियन यूनियन (EU) ने बड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर ली है। एफएपी के मुताबिक यूरोप में मौजूद पुतिन से जुड़ी संपत्तियों को फ्रीज किया जा सकता है. लग्जमबर्ग के विदेश मंत्री ने कहा कि 27 सदस्य देशों वाला EU पुतिन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की संपत्तियां फ्रीज करने के बेहद करीब है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved