पूर्णिया (Purnia)। बिहार (Bihar) में होने वाले रूपौली उपचुनाव (Rupauli by-election) में जीत-हार से भले सरकार पर कोई असर नहीं पड़े, लेकिन यह चुनाव राजद और जदयू के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। उपचुनाव में जीत के लिए दोनों पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं। जदयू (JDU) के नेताओं का दावा है कि एनडीए (NDA) के बड़े नेता भी यहां प्रचार करने पहुंचने वाले हैं।
उपचुनाव में जदयू के कलाधर मंडल, राजद की बीमा भारती और लोजपा के बागी और निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह के बीच त्रिकोणात्मक मुकाबले की स्थिति बन रही है। बीमा भारती 2010 से जदयू के टिकट पर चुनाव जीतती रही थीं। लोकसभा चुनाव के ऐन मौके पर बीमा भारती जदयू का दामन छोड़कर राजद में शामिल हो गईं और लोकसभा में राजद की प्रत्याशी बनीं। हालांकि, उन्हें चुनाव में कड़ी शिकस्त मिली और अब विधानसभा उपचुनाव में भाग्य आजमा रही हैं।
JDU ने मैदान में पूरी ताकत झोंकी
जदयू ने कलाधर मंडल को मैदान में उतारा है और हर हाल में जीत के प्रयास में जुटी है। लोजपा के बागी शंकर सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं। बताया जा रहा है कि इस विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा आबादी गंगोता समाज के मतदाताओं की है। इसी समाज से बीमा भारती और जदयू के कलाधर मंडल भी आते हैं। मंडल पिछली बार निर्दलीय चुनाव लड़े थे।