भोपाल: लोकसभा (Lok Sabha) में वक्फ संशोधन बिल (Wakf Amendment Bill) पेश किया गया है, इसपर 8 घंटे तक सदन में चर्चा होगी. वहीं सरकार ने कहा कि अगर सदन की सहमति होगी तो चर्चा का वक्त बढ़ाया भी जा सकता है. इस बिल को लेकर मध्यप्रदेश में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, जहां कहीं बिल का विरोध हो रहा है तो कहीं मुस्लिम बिल का समर्थन कर रहे हैं. बिल का कई शहरों में विरोध किया जा रहा है तो कहीं इसे समर्थन मिल रहा है. राजधानी भोपाल में मुस्लिम महिलाओं ने सड़कों पर उतरकर बिल का समर्थन किया.
राजधानी भोपाल में वक्फ संसोधन बिल के समर्थन में मुस्लिम समाज के लोगों ने आतिशबाजी कर खुसी जताई. शहर के आनंदपुरा और कोकता इलाके में बुर्का पहनी मुस्लिम महिलाएं हाथों में गुलाब लेकर सड़कों पर उतरीं. महिलाएं ‘थैंक्यू, मोदी जी’ और ‘वी सपोर्ट मोदी जी’ लिखी तख्तियां लिए थीं. वहीं भोपाल के हथाई खेड़ै डैम के पास भी जश्न मनाया गया.
प्रदेश के कई शहरों में वक्फ संसोधन बिल का मुस्लिम समाज के लोग विरोध कर रहे हैं. बुरहानपुर में मुस्लिम समाज को लोग बिल को लेकर नाराज हैं. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बिल पर विरोध जाताय है. वहीं खंडवा में भी मुस्लिम समाज के प्रबुद्ध जन संशोधन बिल के विरोध में आवाज उठा रहे हैं. इसके साथ ही खरगोन में मुस्लिम समाज ने बिल का विरोध जताया है. शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में लोगों ने दुकान बंद कर बिल के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया है.
वक्फ संशोधन बिल पर मंत्री विश्वास सांरग ने कहा कि चंद करोड़पति अरबपति वक्फ बोर्ड पर कब्जा कर रखा है वह अनर्गल प्रचार कर मुस्लिम समाज को गुमराह कर रहे हैं. आज जिस प्रकार से भोपाल में हजारों की संख्या में मुस्लिम भाई बहनों ने मोदी जी के और बिल के समर्थन में जो उसका उत्साह दिखाया है, वह उस बात का सबूत है की चंद मुस्लिम नेता जो केवल गुमराह करने की राजनीति करते हैं वे एक्सपोज हुए हैं. भोपाल में मुस्लिम भाई और बहनों ने जिस तरीके से अपने भावों को प्रकट किया है, इससे दूध का दूध पानी और पानी हो गया है.
वहीं, हुजूर से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि भोपाल के लोगों को अच्छी तरह पता है कि आरिफ नगर में वक्फ बोर्ड की प्रॉपर्टी का सौदा कौन कर रहा है? कौन इसका पैसा खा रहा है? पहले कांग्रेस के सांसद इस संपत्ति का दुरुपयोग कर रहे थे और अब कांग्रेस के विधायक इसका दुरुपयोग कर रहे हैं. इस संपत्ति का सही लेखा-जोखा किसके पास है? यह संपत्ति सही हाथों में होनी चाहिए ताकि सरकार गरीबों के उत्थान के लिए इसका उपयोग कर सके.
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