संत नगर। भोपाल- इंदौर रोड पर स्थित अस्पताल में गत दिवस अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक मनमोहन शाह बट्टी की हुई अस्मिक मौत को लेकर पार्टी के नेताओं एवं उनकी पुत्री ने बवाल खड़ा कर दिया है । उनका आरोप है कि मनमोहन शाह की ऑकस्मिक मृत्यु नहीं हुई है बल्कि राजनीतिक षड्यंत्र के तहत हत्या की गई है। ऐसा आरोप लगाते हुए मनमोहन शाह की बेटी मोनिका ने जिला पुलिस अधीक्षक एवं थाना खजूरी में इस संबंध में एक आवेदन पत्र भी दिया है, जिसमें कहा गया है कि मनमोहन शाह 29 जुलाई को सामान्य चेकअप करवाने के लिए चिरायु अस्पताल में आए थे। जिन्हें चेकअप के बाद इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया और 2 अगस्त को शाम 7 बजे मनमोहन शाह की अपने परिवार वालों से फोन से दो बार बातचीत भी हुई लेकिन जब 3 अगस्त दोपहर तक उनका घर पर कोई फोन नहीं आया तो उनकी बेटी मोनिका ने अपने रिश्तेदार के माध्यम से अपने पिता के स्वास्थ्य की जानकारी लेना चाही तो उनके रिश्तेदार जो कि एक डॉक्टर हैं उन्होंने अपने मित्र डॉक्टर चिरायु में कार्य करते हैं उनसे मनमोहन शाह के संबंध में जानकारी मांगी तो उन्हें बताया गया कि मनमोहन शाह की 2 अगस्त की रात्रि 2 बजे हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई।
पूर्व विधायक मनमोहन की बेटी मोनिका का आरोप है कि 3 अगस्त को जब हम अपने पिता की डेड बॉडी लेने अस्पताल आए तो इस अस्पताल वालों ने को उनके पिता को कोविड-19 स्पैक्टेट बताकर डब्ल्यूएचओ की गाइड लाइन का हवाला देकर डेड बॉडी देने से इनकार कर दिया और हमें कहा गया क्या डेड बॉडी का अंतिम संस्कार प्रोटोकॉल के तहत प्रशासन द्वारा भदभदा विश्राम घाट पर ही किया जाएगा।
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