इंदौर। दुनिया में कोरोना (corona) के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ (omicron) के सामने आने के बाद ज्यादातर देश विदेशों से आने वाले यात्रियों को लेकर सख्त जांच व्यवस्था लागू कर रहे हैं। इसी क्रम में भारत सरकार (indian government) के स्वास्थ्य मंत्रालय (health department) ने भी कल रात ही विदेशों से आने वाले यात्रियों के लिए नई गाइड जारी की है। इसके तहत यूरोपीय देशों सहित 11 अन्य देशों को रिस्क कैटेगरी में रखा है, जहां से आने वाले सभी यात्रियों की भारत आने पर एयरपोर्ट पर ही आरटीपीसीआर जांच (RTPCR Test) की जाएगी, वहीं अन्य देशों से आने वाले यात्रियों में से भी पांच प्रतिशत यात्रियों की यह जांच की जाएगी। देश में यह व्यवस्था 1 दिसंबर से लागू होगी। इसके तहत दुबई से हर बुधवार को इंदौर आने वाली फ्लाइट के यात्रियों में से रेंडमली पांच प्रतिशत यात्रियों की यह जांच एयरपोर्ट पर करना होगी।
दुनिया के कई देशों ने वायरस के खतरे को देखते हुए कई देशों की उड़ानों पर रोक तक लगा दी है। अभी भारत ने ऐसा कदम तो नहीं उठाया है लेकिन सख्ती जरूर बढ़ाई गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गाइड लाइन में रिस्क कंट्री और अन्य देशों के लिए भी अलग-अलग नियमों का उल्लेख किया गया है। वहीं सभी यात्रियों को अपने साथ नेगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर आना जरूरी होगा, जो 72 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होना चाहिए। यात्रियों को यात्रा से पहले एयर सुविधा पोर्टल पर अपनी जानकारी भी दर्ज करना होगी, जिसमें पिछले 14 दिनों का यात्रा रिकार्ड भी देना होगा। वहीं उन्हें एक सेल्फ डिक्लेरेशनल फार्म भी जमा करना होगा, जिसमें उनके द्वारा दी गई सभी जानकारी की सत्यता की जिम्मेदारी होगी। कोई भी जानकारी बाद में गलत पाई जाने पर यात्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ये देश हैं रिस्क कंट्री की सूची में शामिल
स्वास्थ्य मंत्रालय (ministry of health) द्वारा नई गाइड लाइन (guide line) के साथ ऐसे देश जहां से आने वाले यात्रियों के लिए विशेष सतर्कता बरती जानी है, को रिस्क कंट्रीज की लिस्ट में रखा है। इनमें यूके सहित अन्य यूरोपीय देश, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग (South Africa, Brazil, Bangladesh, Botswana, China, Mauritius, New Zealand, Zimbabwe, Singapore, Hong Kong) और इजराइल के नाम शामिल हैं। यहां से आने वाले यात्रियों को भारत आने से पहले 72 घंटे पहले की नेगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखाना होगी। भारत में उतरने के बाद कोविड टेस्ट करवाना होगा। नेगेटिव आने पर सात दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहना होगा। आठवें दिन दोबारा टेस्ट करवाना होगा और अगले सात दिन सेल्फ मॉनीटरिंग करना होगी। ये सारी जानकारी एयर सुविधा पोर्टल पर भी देना होगी। वहीं पॉजिटिव आने पर सैंपल को जिनोमिक टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा। साथ ही उसे एडमिट किया जाएगा। ऐसे यात्रियों के कांटेक्ट में आने वाले लोगों को भी ट्रेस कर क्वारेंटाइन में भेजा जाएगा।
यात्री पॉजिटिवि मिला तो…
गाइड लाइन (guideline) में रिस्क कंट्रीज की लिस्ट के अलावा अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के लिए कहा गया है कि भारत (India) आने पर ऐसी हर फ्लाइट के पांच प्रतिशत यात्रियों की रेंडमली आरटीपीसीआर जांच (RTPCR Test) की जाएगी। अगर इनमें से कोई यात्री पॉजिटिव आता है तो वही प्रोटोकॉल (protocol) का पालन करना होगा, जो रिस्क कंट्री से आने वाले यात्री के पॉजिटिव आने पर बनाए गए हैं।
बुधवार से गाइड लाइन और इसी दिन आएगी फ्लाइट
देश में यह गाइड लाइन (guideline) बुधवार से ही लागू होगी। दूसरी ओर इंदौर (indore) में दुबई (dubai) से आने वाली अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट भी सप्ताह में एक बाद बुधवार को ही आती है। नई गाइड लाइन के तहत विमानतल प्रबंधन को जांच करना होगी।
पिछले एक माह के यात्रियों का भी रिकार्ड देखेंगे
वायरस (virus) के नए वेरिएंट (new varient) को देखते हुए कल मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (chief minister Shivraj Singh Chouhan) ने घोषणा कि थी कि पिछले एक माह में विदेशों से प्रदेश में आने वाले यात्रियों की भी जांच की जाएगी। इसके तहत दुबई (Dubai) फ्लाइट के यात्रियों की जानकारी भी निकाली जाएगी।
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