डॉक्टर की फर्जी लेकर ऑक्सीजन भरवाने पहुंच रहे कालाबाजारी करने वाले
इंदौर। संजीव मालवीय
इंजेक्शन की कालाबाजारी (black marketing) के बाद अब ऑक्सीजन की कालाबाजारी (black marketing) भी होने लगी है। जो लोग होम आइसोलेशन ( isolation) में अपना इलाज करवा रहे हैं और जिन्हें ऑक्सीजन (Oxygen) की जरूरत है, उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर 1 हजार रुपए से लेकर 1500 रुपए में मिल रहा है, जबकि प्लांट (plant) से ऑक्सीजन मात्र 300 रुपए में ही प्राप्त हो रही है।
शहर में ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी का फायदा उठाते हुए कुछ असामाजिक तत्वों ने इसकी भी कालाबाजारी (black marketing) शुरू कर दी है। शहर में 4 ऑक्सीजन प्लांट हैं, जहां से सिलेंडर में ऑक्सीजन भरकर दी जा रही है, लेकिन यहां लगातार सिलेंडर भरवाने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। शहर के एक ऑक्सीजन (Oxygen) निर्माता कंपनी से जुड़े शख्स ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कुछ दिन पहले तक तो लोग सिलेंडर भरवाने आ रहे थे वे अपने परिजन की स्थिति का हवाला देकर हाथ-पैर जोडक़र निवेदन कर रहे थे कि उन्हें पहले सिलेंडर भरकर दे दिया जाए, लेकिन अब इनके बीच कुछ ऐसे लोग भी सिलेंडर भरवाने आ रहे हैं, जो 3 से 5 घंटे तक यहां खड़े रहते हैं, लेकिन जल्दबाजी नहीं मचाते। इससे साफ जाहिर होता है कि उन्हें ऑक्सीजन (Oxygen) लेने की जल्दी नहीं है। हालांकि हर प्लांट पर जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम स्तर के अधिकारी की ड्यूटी लगा रखी है, लेकिन ये लोग डॉक्टर की फर्जी पर्ची के आधार पर सिलेंडर भरवा रहे हैं। बताया जा रहा है कि शहर में कई कारखाने और वेल्डिंग तथा अन्य संस्थान बंद होने से सिलेंडर खाली हो गए हैं और ऐसे ही सिलेंडरों को लेकर कालाबाजारी (black marketing) करने वाले लोग यहां पहुंच रहे हैं और अपने परिजन को ऑक्सीजन लगने का हवाला देकर सिलेंडर भरवाकर जा रहे हैं। एक बड़ा सिलेंडर प्लांट से मात्र 300 रुपए में भरकर दिया जाता है, जिसके 1 हजार से 1500 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। वहीं इससे छोटे सिलेंडर 100 और 200 रुपए में भरकर दिए जाते हैं, जिसके 500 से 1 हजार रुपए तक लिए जा रहे हैं। अगर जिला प्रशासन प्लांट के बाहर खड़े लोगों से सख्ती से पूछताछ करें तो ऑक्सीजन (Oxygen) की कालाबाजारी (black marketing) का एक बड़ा गौरखधंधा सामने आ सकता है।
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