डेस्क: दिल्ली पिछले लगभग 15 दिनों से प्रदूषण से हाल बेहद ही चिंताजनक बने हुए हैं। हालांकि गुरुवार को हुई बारिश ने कुछ राहत प्रदान की, लेकिन दिवाली के बाद फिर से वहीं स्थिति होने की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण हरियाणा और पंजाब में जलने वाली पराली को माना जाता है। इसमें भी सबसे ज्यादा पराली पंजाब में जलाई जाती है।
हर साल करोड़ों रुपयों की बनती हैं योजनाएं
सुरिम कोर्ट में सुनाई के दौरान भी यही बात कही गई कि पंजाब में पराली जलाये जाने की वजह से दिल्ली-एनसीआर धुंए की भट्टी बन जाती है। कोर्ट ने सरकारों से इसपर तुरंत रोक लगाने को कहा है। ऐसा नहीं है कि पराली जलाने पर रोक नहीं लगाई जाती है। सरकारें तमाम नियम बनाती हैं, लेकिन इसका पालन नहीं होता है। हर साल करोड़ों रुपयों की योजनाएं बनाई जाती हैं, लेकिन पराली जलना कम नहीं हो रही हैं। इस मामले में जमकर राजनीति भी होती है। इसी क्रम अब भारतीय जनता पार्टी के नेता तरुण चुग ने बड़ा दावा किया है।
लगभग 1700 करोड़ रूपये पंजाब को पराली जलाने से रोकने के लिए दिया जा चुका है, लेकिन दुर्भाग्य है की आप पार्टी की सरकार चाहे पंजाब में है चाहे दिल्ली में है उन्हें प्रदुषण रोकने में कोई इंटरेस्ट नहीं है केवल व केवल सत्ता लिप्सा और झूठी फोटोबाजी के कारण आज सभी जगह पर स्कीम फेल हो रही… pic.twitter.com/Jy8Nh2JV7k
— Tarun Chugh (@tarunchughbjp) November 11, 2023
पंजाब को दिए जा चुके 1700 करोड़ रुपए
तरुण चुग ने कहा है कि पनजब में पराली जलाने से रोकने के लिए के लिए अब तक राज्य सरकार को 1700 करोड़ रुपए दिया जा चुका है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि दुर्भाग्य है कि आप पार्टी की सरकार चाहे पंजाब में है चाहे दिल्ली में है, उन्हें प्रदूषण रोकने में कोई इंटरेस्ट नहीं है, उन्हें तो केवल व केवल सत्ता लिप्सा और झूठी फोटोबाजी में इंटरेस्ट है और इसी के कारण आज सभी जगह पर उनकी योजना फेल हो रही हैं।
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