ग्वालियर। देश के दूसरे शहरों से ग्वालियर पहुंचने वाले यात्री कोरोना संक्रमण लेकर नहीं आए, इसके लिए स्टेशन पर डॉक्टरों की टीम द्वारा स्क्रीनिंग की जा रही थी, जिसे अब बंद कर दिया गया है। वहीं अब यात्रियों क ी स्क्रीनिंग करने की जवाबदारी पुन: आरपीएफ को सौंपी गई है। आगामी एक जून से ग्वालियर स्टेशन पर ट्रेनों से देश के दूसरे शहरों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग अब आरपीएफ के जवान करेंगे।
अनलॉक के बाद रेलवे द्वारा चुनिंदा ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया है। इनमें से सात जोड़ी ट्रेनों ग्वालियर स्टेशन पर हाल्ट लेती हैं। इन ट्रेनों से आने वाली यात्री कोरोना संक्रमित नहीं हों, इसके लिए यहां स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है, लेकिन अब यह जिम्मेदारी आरपीएफ को दी गई है। अब तक ग्वालियर पहुंचने वाले हर यात्री की स्क्रीनिंग कर उनका नाम पता व शहर में आने का डाटा स्टेशन पर तैनात डॉक्टरों की टीम व नगर-निगम कर्मचारियों द्वारा एकत्रित किया जा रहा था, लेकिन शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या व स्वास्थ्य अमले में डॉक्टरों की कमी के चलते स्टेशन पर राउण्ड-द- क्लॉक ड्यूटी कर रहे डॉक्टरों को हटाकर कोविड19 मरीजों के इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में पदस्थ करने के कारण स्टेशन पर यात्रियों की स्क्रीनिग बंद कर दी गई है।
स्क्रीनिंग कर रही डॉक्टरों की टीम हटाने के बाद शनिवार को ग्वालियर ट्रेनों से पहुंचे यात्रियों की स्क्रीनिंग आरपीएफ जवानों द्वारा की गई। साथ ही ट्रेनों से ग्वालियर आने वाले यात्रियों की संख्या के साथ ही यात्रा नहीं करने वाले यात्रियों का डाटा भी आरपीएफ के जवान ट्रेनों से ग्वाालियर पहुंचे यात्रियों से जानकारी लेकर रजिस्टर में नोट करते नजर आ रहे हैं। हालांकि, अनलॉक-1 के बाद शुरु की गई ट्रेनों से ग्वालियर पहुंचे यात्रियों में एक भी कोरोना संदिग्ध स्क्रीनिंग के दौरान सामने नहीं आया है।