नई दिल्ली। मालिक छोटी-छोटी बात पर डांटते थे। मेरे हर काम में कमी निकालते थे। मैं इससे खुद को अपमानित महसूस करती थी। इस अपमान का बदला लेने के लिए मैंने खाने में अपना मूत्र मिलना शुरू कर दिया… यह कुबूलनामा है गिरफ्तार की गई घरेलू सहायिका रीना (Domestic Help Reena) का।
क्रॉसिंग रिपब्लिक की सोसायटी के रीयल एस्टेट कारोबारी ने शांतिनगर निवासी रीना के खिलाफ मंगलवार को नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वह मूल रूप से खुर्जा के मीरपुर की रहने वाली है। आठ साल से रीयल एस्टेट कारोबारी के यहां काम कर रही थी।
पुलिस पूछताछ में पहले वह मूत्र मिलाकर खाना बनाने से इन्कार करती रही, लेकिन जब उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाया तो चुप्पी साध गई। इसके बाद सख्ती से की गई पूछताछ में उसने अपना जुर्म कुबूल किया। एसीपी वेव सिटी लिपि नगायच ने बताया कि रीना चार महीने से ऐसा कर रही थी। उसे पता नहीं था कि कारोबारी ने कुछ दिन पहले ही रसोईघर में सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया है।
उसने बताया कि रोटी बनाते समय वह पानी की जगह मूत्र का इस्तेमाल करती थी। वह खाना परोसने के बाद जब देखती थी कि उन रोटियों को मालिक और उनके परिवार के लोग खा रहे हैं, तो उसे ऐसे लगता था जैसे अपने अपमान का बदला ले रही हो। वह काफी समय से ऐसा कर रही थी। एसीपी ने बताया कि उसे बुधवार को जेल भेज दिया गया।
लोनी में जूस में मूत्र मिलाता था दुकानदार
इससे पहले एक मामला लोनी में सामने आया था। वहां खुशी जूस कार्नर पर दुकानदार आमिर फलों के जूस में मूत्र मिलाकर देता था। उसे गिरफ्तार किया गया। इस मामले के बाद ही प्रदेश सरकार ने तय किया कि खाने में अपशिष्ट मिलाने पर कड़ी कार्रवाई का कानून बनाया जाएगा। खाद्य सुरक्षा की टीम लोनी में सभी जूस की दुकानों की जांच कर चुकी है। इसके अलावा कई मामले थूककर रोटी बनाए जाने के सामने आ चुके हैं।
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