इंदौर। गुजरात (Gujarat) के मोरबी (Morbi) में तो लोग पिकनिक (picnic) मनाते हुए झूलने (swinging) की कोशिश में मारे गए, लेकिन इंदौर जिले (Indore district) में खेत से लौटता एक किसान (farmer) नाले पर बने रस्सी पुल (rope bridge) से गिरकर जान गंवा बैठा। हैरत की बात यह है कि पिछले 10 सालों से भी ज्यादा समय से ग्रामीण नाले पर बंधी रस्सी पर चलते हुए एक गांव से दूसरे गांव जाने को मजबूर हैं, पर प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है।
इंदौर के शिप्रा थाना क्षेत्र (Shipra police station area) के अंतर्गत आने वाले सिलोटिया गांव (Silotia village) में कल सुबह यह घटना हुई। 40 साल के प्रेमनारायण पिता लग्जीराम 20 बीघा जमीन के काश्तकार थे। कल सुबह वे रस्सी पुल (rope bridge) के सहारे खेत में गए और काम निपटाकर इसी पुल पर लटककर लौट रहे थे, तभी बीच नाले में उनका हाथ छूटा और नाले मेें जा गिरे। नाले में करीब 10 फीट पानी था। संभवत: डूबने के चलते उनकी मौत हो गई। उनके शव को एमवाय में पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया गया है।
पिछले 10 सालों से ग्रामीण करतब दिखाते हुए रस्सी पुल से नाला पार करने को मजबूर
पिछले दस सालों से जान जोखिम में लेकर करतब दिखाते हुए एक गांव से दूसरे गांव जाते हुए लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों से पुल बनाने की मांग की, लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली। सिलोटिया गांव का यह नाला कई गांवों को जोड़ता है। बारिश के चलते इस नाले से गुजरना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों ने इस पुल पर दो रस्सियां बांध रखी हैं। एक रस्सी को पकड़ते हैं और दूसरी रस्सी पर चलते हुए पुल पार करते हैं। इस करतब को दिखाने वाले लोगों में न केवल बुजुर्ग, बल्कि महिलाएं और बच्चे भी शामिल रहते हैं, जिनके साथ कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। शहरी क्षेत्रों की तरक्की का दावा करने वाले प्रशासन ने ग्रामीणों के इस दर्द को कभी नहीं समझा। प्रशासन को कई बार यहां स्थायी पुल बनाने के लिए कहा। ग्रामीणों और यहां के जनप्रतिनिधियों ने भोपाल पत्र व्यवहार कर पुल की मांग की, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली, जिसके चलते यह हादसा हुआ।
दूसरी मौत, भेड़ वाला भी ऐसे ही गिरा..
कल हादसे में मारे गए ग्रामीण प्रेमनारायण का एक बेटा और बेटी है। घटना के बाद पूरे गांव में रोष के साथ गम का माहौल भी है। गांव के उपसरपंच कमल पटेल बताते हैं कि पुल से गिरने पर यह दूसरी मौत है। इससे पहले एक भेड़ चराने वाला भी खेतों से गांव में आ रहा था और पुल की रस्सी से उसका हाथ छूटा तो नाले में गिरकर डूब गया था। हादसे में कल जिस प्रेमनारायण की मौत हुई उनके भाई कमल उपसरपंच हैं।
रस्सी पुल पर तरक्की… मंत्री सिलावट के क्षेत्र का गांव
यह गांव मंत्री तुलसीराम सिलावट की विधानसभा में आता है। उन्होंने अपने क्षेत्र में तरक्की के कई दावे किए और देखा जाए तो पूरे इंदौर जिले में सर्वाधिक विकास की घोषणाएं इसी क्षेत्र में हुईं। सिलावट ने पिछली बार यहां पुल बनाने का वादा किया था, पर चुनाव हो जाने के बाद उन्होंने भी कोई सुध नहीं ली। गांव के उपसरपंच कमल पटेल बताते हैं कि पुल बनाने को लेकर सांसद शंकर लालवानी को आवेदन दिया है। उनसे मांग की गई है कि 7 लाख में ही पुल बन सकता है। सरकार की ओर से राशि मंजूर करवा दो।
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