नई दिल्ली (New Dehli) । बांग्लादेश (bangladesh ) ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान (captain )शाकिब अल हसन और तौहीद हृदयोय की अर्धशतकीय (half century)पारियों के दम पर 266 रनों का लक्ष्य रखा था, इस स्कोर का पीछा करते हुए टीम इंडिया (team india)259 रनों पर ही सिमट गई।
एशिया कप 2023 सुपर-4 के 6ठें और आखिरी मुकाबले में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया को 6 रनों से करीबी हार का सामना करना पड़ा। बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान शाकिब अल हसन और तौहीद हृदयोय की अर्धशतकीय पारियों के दम पर 266 रनों का लक्ष्य रखा था, इस स्कोर का पीछा करते हुए टीम इंडिया 259 रनों पर ही सिमट गई। इस दौरान शुभमन गिल ने शतक और अक्षर पटेल ने जरूर 42 रनों की शानदार पारी खेली, मगर वह टीम को जीत नहीं दिला पाए। एशिया कप सुपर-4 में भारत की यह पहली और बांग्लादेश के खिलाफ इस टूर्नामेंट में मात्र दूसरी हार है। आइए बांग्लादेश के खिलाफ भारत की हार के 5 बड़े कारणों के बारे में जानते हैं-
रोहित शर्मा ने किए जरूरत से ज्यादा एक्सपेरिमेंट
बांग्लादेश के खिलाफ भारत पर जरूर से ज्यादा एक्सपेरिमेंट भारी पड़ गए। रोहित शर्मा ने इस हार के बाद यह जरूर कहा कि वह बड़ी तस्वीर को देखते हुए उन्होंने उन खिलाड़ियों को मौका दिया जो आगामी वर्ल्ड कप में खेल सकते हैं। मगर प्लेइंग 11 में एक साथ 5 बदलाव करना टीम पर भारी पड़ गया। हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों को तो आराम देना जायज माना जा सकता है क्योंकि पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ बैक टू बैक गेंदबाजों ने खूब पसीना बहाया था, मगर विराट कोहली और कुलदीप यादव जैसे मुख्य खिलाड़ियों को एशिया कप फाइनल से पहले रोहित को आराम नहीं देना चाहिए था। वर्ल्ड कप से पहले मुख्य खिलाड़ियों को लगातार आराम देना भारत पर भारी पड़ सकता है।
कुलदीप की गैरमौजूदगी में स्पिनर्स हुए फेल
बांग्लादेश के खिलाफ स्पिनर्स का विकेट ना चटका पाना भारत की हार के प्रमुख कारणों में से एक है। कुलदीप यादव एशिया कप 2023 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप-5 गेंदबाजों की सूची में शामिल हैं। मगर उनकी गैरमौजूदगी में अन्य दो स्पिनर अक्षर पटेल और रविंद्र जडेजा काफी फीके नजर आए। दोनों ने मिलकर बांग्लादेश के खिलाफ 19 ओवर गेंदबाजी की जिसमें 100 रन खर्च कर दो ही विकेट चटकाए। भारतीय स्पिन यूनिट को दमखम दिखाने की जरूरत है।
बैटिंग यूनिट हुई फ्लॉप
कप्तान रोहित शर्मा के जल्दी आउट होने के बाद बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय मिडिल ऑर्डर का टेस्ट होना था। विराट कोहली की गैरमौजूदगी में मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने काफी निराश किया। इस मैच में डेब्यू कर रहे तिलक वर्मा जहां 4 ही रन बना सके, वहीं केएल राहुल 19 के स्कोर पर पवेलियन लौटे। सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन भी जिस तरह से आउट हुए, उनमें अनुभव की कमी साफ देखने को मिल रही थी। बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय बैटिंग यूनिट बिल्कुल फ्लॉप रही।
सूर्या नहीं निकाल पा रहे वनडे का तोड़
सूर्यकुमार यादव टी20 क्रिकेट के भले ही नंबर-1 खिलाड़ी हैं, मगर वनडे क्रिकेट का तोड़ अभी तक वह नहीं निकाल पाए हैं। उनकी टी20 क्रिकेट खेलने की क्षमता को देखते हुए ही उन्हें एशिया कप और वर्ल्ड कप स्क्वॉड में जगह मिली है। मगर लगातार खराब प्रदर्शन के चलते उन्होंने कप्तान और चयनकर्ताओं की चिंता बढ़ा दी है। बांग्लादेश के खिलाफ लगातार स्वीप शॉट लगाने के प्रयास में सूर्या अपना विकेट शाकिब अल हसन को दे बैठे। वनडे क्रिकेट में उनका प्रदर्शन अभी तक आदर्श नहीं रहा है।
रविंद्र जडेजा की बैटिंग फॉर्म चिंता का विषय
जड्डू भारतीय टीम में एक स्पिन ऑलराउंडर की भूमिका अदा करते हैं। गेंदबाजी में तो वह लाजवाब प्रदर्शन कर रहे हैं। मगर पिछले कुछ समय से उनकी बैटिंग फॉर्म फीकी रही है। साल 2022 से जडेजा के बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकाला है, वहीं इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी काफी खराब रहा है। जड्डू जिस पोजिशन पर बैटिंग करने आते हैं वहां स्ट्राइक रेट सबसे अहम होता है। साल 2023 में अगर सबसे कम स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करने वाले भारतीय खिलाड़ियों की बात करें जिन्होंने कम से कम 100 गेंदों का सामना किया है तो इस सूची में जडेजा 56.79 के स्ट्राइक रेट के साथ टॉप पर हैं। बल्ले से जडेजा का यह खराब प्रदर्शन भारत को मुश्किल में डाल सकता है।
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