इंदौर। यूं तो शहर के कई बदमाश फैमस होने के लिए रील बनाकर इंस्टाग्राम (Instagram) पर डालते हैं, लेकिन कल पुलिस की पकड़ में आए तीन लुटेरों ने अपनी इंस्टाग्राम प्रोफाइल (instagram profile) का नाम ही हत्या की धारा 302 और हत्या के प्रयास की धारा 307 रखा हुआ है। यदि पुलिस सोशल मीडिया की मॉनीटरिंग करे तो कई बदमाश वारदात के पहले ही उसके हाथ लग सकते हैं।
पिछले कुछ सालों से एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। शहर के बदमाश फैमस होने के लिए सोशल मीडिया पर रील, वीडियो बनाकर डालते हैं। उनके बड़ी संख्या में फॉलोअर भी बन जाते हैं। हालांकि ये भी बदमाश ही होते हैं। उज्जैन के बदमाश दुर्लभ कश्यप गैंग की बात करें तो उसके सैकड़ों फॉलोअर्स को पुलिस पकड़ चुकी है। कल क्राइम ब्रांच ने मोबाइल लूट के मामले में तीन आरोपी शुभम, आदित्य और सुजल उर्फ छोटू को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने भंवरकुआं और तिलकनगर में चार मोबाइल लूट का खुलासा हुआ है। सभी पर पुराने आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। सुजल पर तो 9 मामले पहले से दर्ज हैं। ये सभी डॉन बनाना चाहते हैं। इंस्टाग्राम पर डॉन के अंदाज में रील पोस्ट करते हैं। शुभम ने तो अपनी इंस्टाग्राम प्रोफाइल ही हत्या और हत्या की प्रयास की धारा 302 और 307 के नाम से बना रखी है। उसके कई फॉलोअर भी हैं। अब पुलिस उनकी भी जानकारी निकाल रही है। प्रोफाइल पर धमकीभरे अंदाज में लिख रखा है कि दोस्त बनकर आओगे तो दिल में जगह पाओगे, दुश्मन बनकर आओगे तो जिंदा नहीं जा पाओगे।
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