पीथमपुर। भोपाल (Bhopal) से पीथमपुर (Pithampur ) पहुंचे जहरीले कचरे (toxic waste) के विरोध में आज पीथमपुर बंद (Close) के आह्वान के दौरान जगह-जगह चक्काजाम (blockade) और आमरण अनशन ( hunger strike) किया जा रहा है। पूरी पीथमपुर नगर पालिका, इंडोरामा, सागौर कुटी में विभिन्न सामाजिक संगठनों, व्यापारिक संगठनों और राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं पीथमपुर बस स्टैंड चौराहे पर दो युवकों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
जहरीले कचरे को नष्ट करने के विरोध में सुबह से ही हजारों की संख्या में लोग सडक़ों पर उतर आए थे। इस बीच सैकड़ों लोगों ने पीथमपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम भी किया और कई आने-जाने वाले वाहनों को रोक दिया। बाद में पुलिस ने इन प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। माना जा रहा है कि दोपहर तक पीथमपुर में प्रदर्शन और भी अधिक उग्र हो सकता है। कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प के समाचार मिले हैं। उधर, कचरे के विरोध में बस स्टैंड चौराहे पर संदीप और कमलेश डोडियार ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। डोडियार विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। बंद और प्रदर्शन को देखते हुए पूरे पीथमपुर में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।
हम सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन कर रहे हैं: मुख्यमंत्री
कचरे को लेकर हो रहे जबरदस्त विरोध पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पिछले 40 साल से भोपाल में कचरा पड़ा था, जिसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि 25 साल के बाद कचरे से जहर पूरी तरह समाप्त हो गया है। पीथमपुर में ट्रायल किया गया था, जिसके बाद ही पीथमपुर में कचरे को नष्ट किया जा रहा है।
गुजरात, महाराष्ट्र में किया था विरोध… नहीं नष्ट होने दिया भोपाल का कचरा
25 साल पहले गुजरात के अंकलेश्वर और महाराष्ट्र के नागपुर में डीआरडीओ कंपनी में इस कचरे का निष्पादन किया जाना था, लेकिन स्थानीय लोगों के जबरदस्त विरोध के चलते फैसले को बदला गया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पीथमपुर में जहरीले कचरे को नष्ट किए जाने के निर्देश दिए।
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