इंदौर। कल जब गणतंत्र दिवस की परेड चल रही थी, उसी दौरान दुकान जा रहे कारोबारी और उसके बेटे का रिक्शा चालक से टक्कर के बीच विवाद हो गया। रिक्शा चालक ने पत्थर से कारोबारी और उसके बेटे पर हमला करने की कोशिश की। जवाब में कारोबारी ने लाइसेंसी पिस्टल से उस पर फायर कर दिया। रिक्शा चालक की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया।
भंवरकुआं टीआई संतोष दूधी ने बताया कि खंडवा नाका और लिंबोदी गेट के समीप कार और रिक्शा की टक्कर हुई थी। स्कोडा कार (एमपी09-सीएफ-6142) में सवार होकर प्लायवुड कारोबारी राजेश शुक्ला निवासी अक्षत रेसीडेंसी खंडवा रोड बेटे अंकित के साथ नवलखा स्थित प्लायवुड की दुकान पर जा रहे थे। उनकी कार की लोकेश पिता जगदीश सावले निवासी भावना नगर के रिक्शा से टक्कर हो गई। टक्कर के बाद दोनों पक्षों में जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई। बताया जा रहा है कि लोकेश ने पत्थर उठाकर राजेश और अंकित पर हमला करने की कोशिश की। इसके बाद राजेश ने गाड़ी में रखी लाइसेंसी बंदूक निकाल ली और उसे गोली मार दी। वारदात के बाद पिता-पुत्र मौके से भाग गए। पुलिस को जैसे ही मामले की जानकारी लगी तो वह मौके पर पहुंची। कार सवार पिता-पुत्र के बारे में जानकारी निकाली और उनके घर पहुंची। यहां दोनों नहीं मिले। बाद में उनकी दुकान के सामने से दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
कारोबारी बोला- बचाव में चली गोली…
राजेश का बेटा अंकित कुछ समय पहले ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर शहर लौटा था। वह भी पिता के साथ दुकान में हाथ बंटाने लगा। कल दोनों 26 जनवरी को छुट्टी होने के चलते दुकान की सफाई के लिए गए थे और रास्ते में वारदात को अंजाम दे बैठे। राजेश का कहना है कि जैसे ही रिक्शा चालक ने पत्थर उठाया तो बचाव में उसने पिस्टल निकाली, जो झूमाझटकी में चल गई। उस पर पुलिस ने जो हत्या का केस दर्ज किया है वह गलत है। उससे बचाव में गोली चली है। राजेश के बड़े बेटे और पत्नी से भी पुलिस ने थाने लाकर पूछताछ की। उनका कहना है कि कोरोना काल से ही कारोबार मंदा चल रहा था। घर में आर्थिक रूप से तंगी और कर्ज के चलते सबकुछ सामान्य नहीं था। सभी इसी के चलते चिड़चिड़े हो गए थे। संभवत: कल वे घर से निकले और विवाद के बाद चिड़चिड़ेपन में यह वारदात हो गई होगी।
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